मां ने अपने प्रेमी से 15 साल की बेटी का रेप करवाया, फिर ट्रक से कुचलवा दिया; हरियाणा से दिल दहलाने वाली घटना

    हरियाणा के कैथल जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना ने मां-बेटी के पवित्र रिश्ते को कलंकित कर दिया है. इस घटना ने न सिर्फ मानवता को शर्मसार किया, बल्कि पुलिस को भी हैरानी में डाल दिया.

    Haryana Mother daughter rape crushed by truck
    प्रतीकात्मक तस्वीर | Photo: Freepik

    हरियाणा के कैथल जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना ने मां-बेटी के पवित्र रिश्ते को कलंकित कर दिया है. इस घटना ने न सिर्फ मानवता को शर्मसार किया, बल्कि पुलिस को भी हैरानी में डाल दिया. दरअसल, एक मां ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपनी ही 15 साल की बेटी की हत्या कर दी, जिसे पहले रेप का शिकार बनाया गया था. इस जघन्य अपराध को हादसे का रूप देने की कोशिश की गई, लेकिन अब सच्चाई सामने आ चुकी है.

    मौत की खबर ने इलाके में सनसनी फैला दी

    21 मई को कैथल के रादौर क्षेत्र में धौलरा गांव के पास एक 15 साल की किशोरी की मौत की खबर ने इलाके में सनसनी फैला दी थी. शुरुआत में पुलिस को सूचना मिली कि सड़क पार करते समय एक ट्रक ने किशोरी को टक्कर मार दी, जिससे उसकी मौत हो गई. पुलिस ने अज्ञात ट्रक चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू की. लेकिन जांच के दौरान जो सच्चाई सामने आई, उसने सभी को झकझोर कर रख दिया. यह कोई सड़क हादसा नहीं था, बल्कि किशोरी की मां ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर उसका रेप करवाया और फिर उसकी हत्या कर दी.

    पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि हत्या के बाद शव को सड़क पर फेंककर इसे हादसे का रूप देने की साजिश रची गई. इस साजिश में ट्रक चालक को भी शामिल किया गया. हैरानी की बात यह है कि किशोरी की मां ने बेटी के श्राद्ध के दिन अपने पति को सारी सच्चाई बता दी. उसने कबूल किया कि उसने अपने प्रेमी के साथ मिलकर बेटी का रेप करवाया था. इस दौरान बेहोशी की दवा का ओवरडोज देने से किशोरी की मौत हो गई. यह सुनकर पिता के पैरों तले जमीन खिसक गई.

    हत्या, पॉक्सो एक्ट और अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज

    पुलिस ने मृतक के पिता की शिकायत पर किशोरी की मां, उसकी सहेली रेखा, प्रेमी लाडी (जो कैथल के हंसुमाजरा गुहला गांव का रहने वाला है), लाडी के भाई रणजीत, पड़ोसी मिट्ठू, डॉक्टर राजेश और ट्रक चालक रणजीत सरदार को गिरफ्तार कर लिया. इनके खिलाफ हत्या, पॉक्सो एक्ट और अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.

    इस मामले ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. सवाल यह है कि अगर किशोरी की मौत दवा के ओवरडोज से हुई, तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह बात क्यों सामने नहीं आई? पुलिस ने पोस्टमार्टम के आधार पर इस हत्या को हादसा क्यों मान लिया? इस घटना ने न सिर्फ कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं, बल्कि समाज में रिश्तों की पवित्रता को भी तार-तार कर दिया है.

    ये भी पढ़ेंः मणिपुर में सरकार बनाने का दावा पेश, बीजेपी के 8 विधायक राजभवन पहुंचे