'पावर प्लांट का कंट्रोल हमें सौंपें, यह सुरक्षा के लिए जरूरी', ट्रंप ने जेलेंस्की को दिया प्रस्ताव

यूक्रेन युद्ध को लेकर अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के बीच बुधवार को एक घंटे की बातचीत हुई. इस वार्ता में मुख्य रूप से यूक्रेन के पावर प्लांट की सुरक्षा और युद्धविराम को लेकर चर्चा की गई.

Hand over the control of the power plant to us it is necessary for security Trump made the proposal to Zelensky
डोनाल्ड ट्रम्प और वोलोदिमिर जेलेंस्की/Photo- ANI

वॉशिंगटन डीसी: यूक्रेन युद्ध को लेकर अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के बीच बुधवार को एक घंटे की बातचीत हुई. इस वार्ता में मुख्य रूप से यूक्रेन के पावर प्लांट की सुरक्षा और युद्धविराम को लेकर चर्चा की गई.

अमेरिका संभाले यूक्रेन के पावर प्लांट का नियंत्रण

अमेरिकी विदेश मंत्रालय और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) कार्यालय के अनुसार, व्हाइट हाउस ने यूक्रेन के पावर प्लांट्स को सुरक्षित रखने के लिए उनका नियंत्रण अमेरिका को सौंपने का सुझाव दिया है.

जेलेंस्की की प्रतिक्रिया:

यूक्रेनी राष्ट्रपति ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, "हम युद्ध समाप्त करने के पहले कदम के रूप में महत्वपूर्ण इन्फ्रास्ट्रक्चर और ऊर्जा ठिकानों पर हमले रोकने का समर्थन करते हैं. हमने अपनी टीम को आंशिक युद्धविराम लागू करने और तकनीकी मुद्दों के समाधान पर काम करने का निर्देश दिया है."

रूस-यूक्रेन कैदियों की अदला-बदली

इस बैठक से पहले जेलेंस्की ने जानकारी दी कि यूक्रेन और रूस के बीच 175 कैदियों की अदला-बदली हुई है. साथ ही, रूस ने गंभीर रूप से घायल 22 यूक्रेनी सैनिकों को भी रिहा किया.

रूसी राष्ट्रपति पुतिन से भी ट्रम्प ने की बातचीत

इससे एक दिन पहले ट्रम्प ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से भी यूक्रेन युद्ध को लेकर फोन पर चर्चा की थी. इस वार्ता के दौरान पुतिन ने कहा कि वे अगले 30 दिनों तक यूक्रेन के ऊर्जा ठिकानों पर हमला नहीं करेंगे.

हालांकि, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुतिन ने ट्रम्प को फोन कॉल के लिए एक घंटे तक इंतजार कराया. दोनों के बीच बातचीत का समय स्थानीय समयानुसार शाम 4 से 6 बजे (भारतीय समयानुसार शाम 6:30 से रात 8:30) तय था.

लेकिन पुतिन करीब 5 बजे क्रेमलिन (राष्ट्रपति कार्यालय) पहुंचे. उस समय वे मॉस्को में एक व्यावसायिक कार्यक्रम में मौजूद थे, जहां वे उद्योगपतियों और व्यापारियों को संबोधित कर रहे थे. जब कार्यक्रम के मेजबान अलेक्जेंडर शॉखिन ने पुतिन को कॉल के निर्धारित समय की याद दिलाई, तो पुतिन हंसते हुए बोले, "उसकी बात मत सुनो."

ट्रम्प-पुतिन वार्ता में बनी आंशिक सहमति

ट्रम्प और पुतिन की बातचीत में एक समझौता हुआ, जिसके तहत रूस अगले 30 दिनों तक यूक्रेनी ऊर्जा ठिकानों पर हमला नहीं करेगा, लेकिन इसकी शर्त यह होगी कि यूक्रेन भी रूस के ऊर्जा ठिकानों पर कोई हमला नहीं करेगा.

हालांकि, न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, "रूस अभी भी यूक्रेनी शहरों और सैन्य ठिकानों पर हमले जारी रख सकता है."

इसके अलावा, ब्लैक सी (काला सागर) में जहाजों की सुरक्षा को लेकर वार्ता शुरू करने पर भी दोनों पक्ष सहमत हुए.

20% यूक्रेनी क्षेत्र अब भी रूसी नियंत्रण में

रूस बीते तीन सालों में यूक्रेन के लगभग 20% हिस्से पर कब्जा कर चुका है. पुतिन ने डोनेट्स्क, लुहांस्क, जापोरिज्जिया और खेरसॉन जैसे चार महत्वपूर्ण पूर्वी प्रांतों को रूस में शामिल कर लिया है.

वहीं, रूस के कुर्स्क क्षेत्र में अब भी रूसी और यूक्रेनी सेनाओं के बीच संघर्ष जारी है.

क्या ट्रम्प की मध्यस्थता से युद्ध खत्म हो सकता है?

ट्रम्प की वार्ता के बाद यह सवाल उठ रहा है कि क्या अमेरिका की मध्यस्थता से यूक्रेन और रूस के बीच शांति बहाल हो सकती है? हालांकि, यह वार्ता एक शुरुआती कदम हो सकता है, लेकिन रूस-यूक्रेन युद्ध का कोई ठोस समाधान अभी तक सामने नहीं आया है.

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