हाफिज सईद की तबीयत बिगड़ी, बेटे तल्हा सईद ने संभाली लश्कर-ए-तैयबा की कमान

    पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के सरगना हाफिज सईद की सेहत लगातार खराब होती जा रही है. हाल ही में सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में हाफिज सईद को बेहद कमजोर और बीमार हालत में देखा गया, जिससे उनकी गंभीर बीमारी की चर्चाएं तेज हो गई हैं.

    Hafiz Saede is not well know who will manage lashkar e taiba group
    Image Source: Social Media

    पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के सरगना हाफिज सईद की सेहत लगातार खराब होती जा रही है. हाल ही में सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में हाफिज सईद को बेहद कमजोर और बीमार हालत में देखा गया, जिससे उनकी गंभीर बीमारी की चर्चाएं तेज हो गई हैं. इसी बीच संगठन की कमान अब उनके बेटे तल्हा सईद के हाथों में आ गई है, जो अब लश्कर के रणनीतिक और संगठनात्मक कामकाज को देख रहे हैं.

    तल्हा सईद ने बढ़ाई अपनी सक्रियता

    मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, तल्हा सईद पिछले कई महीनों से लश्कर-ए-तैयबा की गतिविधियों में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं. वह सार्वजनिक कार्यक्रमों और आयोजनों में भी लगातार नजर आ रहे हैं, जो साफ संकेत है कि संगठन नेतृत्व परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है. तल्हा लश्कर की प्रचार शाखा से जुड़े रहे हैं और अब वे संगठन के भीतर एक प्रभावशाली चेहरा बन चुके हैं.

    आतंकवाद के आरोपों से घिरे तल्हा सईद

    तल्हा सईद पर भारत समेत कई देशों ने आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप लगाए हैं. अमेरिका ने भी उन्हें 'ग्लोबल टेररिस्ट' घोषित किया है. ऐसे में पाकिस्तान में आतंकवादी ढांचे का नियंत्रण अब अगली पीढ़ी के हाथों में सौंपे जाने की प्रक्रिया पूरी होती नजर आ रही है.

    हाफिज सईद: मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड

    हाफिज सईद को 2008 के मुंबई आतंकी हमलों का मास्टरमाइंड माना जाता है. संयुक्त राष्ट्र ने उन्हें आतंकवादी घोषित किया है, बावजूद इसके पाकिस्तान सरकार ने हमेशा इस पर सख्त कार्रवाई करने की बजाय सिर्फ कागजी कार्रवाई ही की है. लश्कर-ए-तैयबा और उससे जुड़े अन्य संगठनों को संरक्षण देने के आरोप पाकिस्तान पर बार-बार लगते रहे हैं.

    भारत के लिए नई सुरक्षा चुनौती

    भारत पहले से ही पाकिस्तान पर आतंकियों को शरण देने और उनके समर्थन का आरोप लगाता आ रहा है. हाफिज सईद की जगह तल्हा सईद के नेतृत्व में आने से भारतीय सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ गई है. नए नेतृत्व के साथ लश्कर की रणनीति और कार्यशैली में बदलाव की संभावना है, जो क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर चुनौती पेश कर सकती है.

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