Vijay Rupani Profile: गुजरात के अहमदाबाद से गुरुवार दोपहर लंदन जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने की खबर ने पूरे देश को हिला कर रख दिया. इस भीषण हादसे में कुल 242 लोगों की मौत की आशंका जताई जा रही है. विमान में मौजूद सभी यात्रियों और क्रू सदस्यों के जीवन पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं. इसी विमान में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी सवार थे, जिनके निधन की पुष्टि के साथ ही राजनीतिक गलियारों में शोक की लहर दौड़ गई है. एक यात्री के जीवित बचने की खबर सामने आई है, लेकिन इसकी आधिकारिक पुष्टि अभी नहीं हुई है.
म्यांमार से राजकोट तक का सफर
विजय रूपाणी का जीवन संघर्ष, समर्पण और राजनीतिक समझ का अनोखा उदाहरण रहा. उनका जन्म 1956 में म्यांमार (तत्कालीन बर्मा) के यंगून शहर में हुआ था. बर्मा में उथल-पुथल और राजनीतिक अस्थिरता के कारण उनका परिवार 1960 में भारत आ गया और राजकोट, गुजरात में बस गया. रूपाणी अपने माता-पिता मायाबेन और रमणिकलाल के सातवें व सबसे छोटे बेटे थे. उन्होंने सौराष्ट्र यूनिवर्सिटी से एलएलबी की डिग्री हासिल की और यहीं से उनका सामाजिक व राजनीतिक जीवन शुरू हुआ.
राजनीति में शुरुआती कदम और उभार
विजय रूपाणी ने छात्र राजनीति में सक्रिय रहते हुए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के ज़रिए राजनीति में प्रवेश किया. बाद में वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़े और 1971 में जनसंघ के सदस्य बने. भारतीय जनता पार्टी की स्थापना के समय से ही वे पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता बने रहे. राजकोट नगर निगम के कॉर्पोरेटर से लेकर मेयर बनने तक उन्होंने स्थानीय राजनीति में गहरी छाप छोड़ी. 1998 में वे भाजपा की गुजरात इकाई के महासचिव बने. 2006 में उन्होंने पर्यटन विभाग संभाला और उसी साल राज्यसभा सदस्य चुने गए, जहां वे 2012 तक रहे.
विधानसभा में वापसी और मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी
2014 में जब वजूभाई वाला ने राजकोट पश्चिम विधानसभा सीट छोड़ी, तो पार्टी ने रूपाणी को टिकट दिया. वे भारी मतों से विजयी हुए और विधानसभा पहुंचे. आनंदीबेन पटेल की सरकार में उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गया और जल्द ही वे पार्टी के राज्य अध्यक्ष भी बने. अगस्त 2016 में, आनंदीबेन पटेल के इस्तीफे के बाद विजय रूपाणी को गुजरात का मुख्यमंत्री नियुक्त किया गया. उन्होंने दो कार्यकालों तक यह पद संभाला और 2021 तक मुख्यमंत्री बने रहे. उन्होंने 11 सितंबर 2021 को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद भूपेन्द्र पटेल को गुजरात का नया मुख्यमंत्री बनाया गया.
11 महीने जेल में रहे थे रुपाणी
भारत में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा 25 जून 1975 को आपातकाल घोषित किया गया था. उस समय विजय रूपाणी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) और जनसंघ (अब भाजपा) से जुड़े हुए थे. आपातकाल के विरोध में उन्होंने भी भाग लिया, जिसके चलते उन्हें मीसा (Maintenance of Internal Security Act) के तहत गिरफ्तार कर लिया गया और 11 महीने तक जेल में रहना पड़ा.
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