पिछले कुछ महीनों तक रिकॉर्ड ऊंचाई पर बने रहने के बाद अब सोना और चांदी दोनों की चमक फीकी पड़ती दिख रही है. निवेशक जो अब तक इन धातुओं को सुरक्षित निवेश का जरिया मानते थे, वे भी अब नए सिरे से सोचने लगे हैं. बीते हफ्ते घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में गोल्ड-सिल्वर के दामों में गिरावट का सिलसिला जारी रहा. हालांकि इस बार गिरावट मामूली रही, लेकिन लगातार तीसरे सप्ताह की कमजोरी ने बाजार में चिंता जरूर बढ़ा दी है.
विश्लेषकों का मानना है कि हाल के दिनों में वैश्विक तनावों में कमी, डॉलर की मजबूती और डिमांड घटने की वजह से सोने-चांदी की कीमतों पर दबाव बना है. बीते महीनों में मध्य पूर्व और यूरोप से जुड़ी राजनीतिक अनिश्चितता ने गोल्ड की कीमतों को ऊपर पहुंचाया था, लेकिन अब जब बाजार स्थिर हो रहे हैं, तो निवेशकों ने अपना रुख फिर से इक्विटी और डॉलर की ओर मोड़ लिया है. इसी का नतीजा है कि बीते चार कारोबारी दिनों में 24 कैरेट गोल्ड की कीमत 677 रुपये प्रति 10 ग्राम तक गिर गई. इसके बावजूद, सोने का दाम अभी भी 1.20 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम से ऊपर बना हुआ है, जो बताता है कि कीमतों में फिलहाल बड़ी गिरावट की संभावना सीमित है.
एमसीएक्स पर सोना हुआ सस्ता
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर गोल्ड के वायदा भाव में भी गिरावट का रुख देखा गया. 31 अक्टूबर को दिसंबर 2025 की एक्सपायरी वाले सोने का रेट 1,21,232 रुपये प्रति 10 ग्राम था, जो हफ्ते के अंत में 1,21,038 रुपये पर बंद हुआ. यानी सोना करीब 194 रुपये सस्ता हुआ. अगर अपने साल के हाई लेवल 1,32,294 रुपये से तुलना करें तो यह अब भी 11,256 रुपये प्रति 10 ग्राम सस्ता है. इसका मतलब है कि जो लोग निवेश या ज्वेलरी खरीदना चाहते हैं, उनके लिए यह एक आकर्षक मौका बन सकता है.
घरेलू बाजार में भी फिसले रेट
घरेलू मार्केट में भी सोने के दामों में नरमी देखी गई है. इंडियन बुलियन ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के मुताबिक, 31 अक्टूबर को 10 ग्राम 24 कैरेट गोल्ड का भाव 1,20,770 रुपये था, जो बीते शुक्रवार को घटकर 1,20,100 रुपये रह गया. यानी 670 रुपये प्रति 10 ग्राम की साप्ताहिक गिरावट दर्ज की गई.
सोने की क्वालिटी ताज़ा रेट (7 नवंबर)
24 कैरेट ₹1,20,100 /10 ग्राम
22 कैरेट ₹1,17,220 /10 ग्राम
20 कैरेट ₹1,06,890 /10 ग्राम
18 कैरेट ₹97,280 /10 ग्राम
14 कैरेट ₹77,460 /10 ग्राम ये दरें बिना GST और मेकिंग चार्ज के होती हैं. जब ज्वेलरी की दुकान पर खरीदारी की जाती है, तो उस पर 3% जीएसटी और मेकिंग चार्ज जोड़ने के बाद अंतिम कीमत बढ़ जाती है.
चांदी की चमक भी मद्धम
जहां सोना धीरे-धीरे नीचे खिसक रहा है, वहीं चांदी (Silver) ने तो गिरावट की दौड़ में उसे पीछे छोड़ दिया है. एमसीएक्स पर सिल्वर का रेट अपने साल के हाई ₹1,70,415 प्रति किलो से लुढ़ककर अब ₹1,47,789 प्रति किलो पर आ गया है. यानी एक किलोग्राम पर 22,626 रुपये की गिरावट. घरेलू बाजार में भी चांदी ने तेज रफ्तार से अपनी कीमत खोई है. पिछले एक हफ्ते में यह करीब ₹850 प्रति किलो सस्ती हुई है. वहीं 14 अक्टूबर के मुकाबले देखें, तो तब की तुलना में चांदी ₹29,825 प्रति किलो तक गिर चुकी है. फिलहाल 1 किलो चांदी का ताजा भाव ₹1,48,275 रुपये है.
निवेशकों के लिए संकेत क्या हैं?
बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि यह गिरावट मौसमी और तकनीकी कारणों से जुड़ी है. भारत में त्योहारों के सीजन के खत्म होने और वैश्विक बाजारों में स्थिरता आने के बाद कीमती धातुओं की डिमांड में कमी आई है. हालांकि लंबी अवधि में सोना अब भी सुरक्षित निवेश विकल्प बना रहेगा, क्योंकि ब्याज दरों और महंगाई में उतार-चढ़ाव से इसकी कीमत फिर से उछल सकती है.
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