गाजा पट्टी में हर दिन ज़िंदगी और मौत के बीच की रेखा धुंधली होती जा रही है. रविवार को मदद की आस में पहुंचे लोगों पर मौत बनकर आई गोलीबारी में कम से कम 21 फिलिस्तीनी मारे गए, जबकि 175 से अधिक घायल हो गए. यह घटना उस वक्त हुई जब बड़ी संख्या में लोग इजरायली समर्थित संगठन द्वारा वितरित की जा रही राहत सामग्री लेने पहुंचे थे.
इस भयावह घटना की पुष्टि रेड क्रॉस द्वारा संचालित एक स्थानीय अस्पताल ने की है. शवों को अस्पताल लाया गया, जहां घायलों का भी इलाज चल रहा है. एसोसिएटेड प्रेस (AP) के पत्रकारों ने अस्पताल में घायलों से बात की और पूरे घटनाक्रम की जानकारी जुटाई.
भीड़ में मची अफरातफरी, गूंजीं गोलियां
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि इजरायली सैनिकों ने सहायता वितरण केंद्रों के पास जुटी भीड़ पर गोलियां चलाईं. वहीं, गाजा ह्यूमैनिटेरियन फाउंडेशन ने दावा किया कि उनके निजी सुरक्षाकर्मियों ने भीड़ पर गोली नहीं चलाई. हालांकि इजरायली सेना ने चेतावनी के तौर पर फायरिंग की बात स्वीकार की है, लेकिन इससे हालात और बिगड़ गए.
स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक, रविवार से पहले भी छह लोगों की मौत और 50 से ज्यादा लोगों के घायल होने की घटनाएं सामने आई हैं. इन घटनाओं से यह साफ हो गया है कि गाजा में राहत लेना अब खतरे से खाली नहीं है.
गाजा में भुखमरी जैसे हालात
गाजा में अक्टूबर 2023 से जारी संघर्ष के चलते हालात बद से बदतर हो गए हैं. लगातार युद्ध, बमबारी और आपूर्ति ठप होने के कारण 20 लाख से ज्यादा लोग भुखमरी के कगार पर पहुंच चुके हैं. भोजन, दवाइयों और पानी जैसी बुनियादी जरूरतों के लिए लोग बाहरी मदद पर निर्भर हैं.
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