बेंगलुरु पुलिस ने छात्रों को लक्षित कर बेची जा रही जेली चॉकलेट्स में गांजा मिलाने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर दो आरोपियों मोहम्मद जाहिद और इस्माइल अदनान को गिरफ्तार किया है, जबकि एक अन्य आरोपी की तलाश जारी है. ये गिरोह मेडिकल और इंजीनियरिंग छात्रों को मारिजुआना-इन्फ्यूज़्ड जेली चॉकलेट्स ज़रिए नशा करने का मौका दे रहा था.
गांजा-जेली का चालाक जाल पकड़ा गया
पुलिस को सूचना मिली थी कि गिरोह रुद्रपुर या मैंगलोर की जगह बेंगलुरु के बटरायनपुरा इलाके में छात्रों को गांजा चॉकलेट्स का सौदा कर रहा है. इंस्पेक्टर के. जीवन के नेतृत्व में टीम ने छापामारी कर 1,440 ग्राम गांजा जब्त किया—जिसकी बाजार कीमत लगभग ₹3 लाख बताई जा रही है. जांच के दौरान पता चला कि गांजे को ज़ेले के रूप में तैयार कर आकर्षक पैकेटों में छात्रों को बेचा गया. पुलिस फिलहाल यह पता लगा रही है कि यह "जेली गांजा" कहां तैयार हो रहा था.
इतनी महंगी बेचते थे जेली
गिरफ्तार आरोपियों ने स्वीकार किया कि यह जेली मारिजुआना रस और हशीश से बनाई जाती थी. यह तेजी से मुंह में पिघल जाती थी और प्रभाव बहुत तेज, इतना कि इसे मारिजुआना-हशीश से भी खतरनाक बताया गया. प्रत्येक पैकेट की कीमत थी ₹6,000, जिससे छात्रों को आसानी से बिना किसी शक के नशा मिलता था.
ट्रेड से जुड़े बड़े नेटवर्क की आशंका
यह मामला केवल बेंगलुरु तक सीमित नहीं दिखता. इससे पहले मंगलुरु में 'Bhum Bhum' और 'Charminar' नामक चॉकलेट पर गांजा मिलाने वाले व्यक्ति गिरफ्तार हुए थे, जहां लगभग 303 ग्राम जेली जब्त किया गया. इससे एक व्यापक नेटवर्क की आशंका है, जो अलग-अलग शहरों में छात्रों को यह नशीला खाद्य पदार्थ पहुंचा रहा है.
विदेशी तस्कर भी गिराया गया
वहीं दूसरी घटना में बेंगलुरु के आसपास विदेशी ड्रग तस्कर ‘डेनियल’ को गिरफ्तार किया गया, जिसके पास लगभग चार करोड़ रुपये मूल्य का 2.5 किलोग्राम एमडीएमए क्रिस्टल जब्त हुआ. यह न केवल चॉकलेट गैंग, बल्कि बड़े पैमाने पर ड्रग तस्करी की एक गंभीर चुनौती का हिस्सा है.
पुलिस की कार्रवाई
बटरायनपुरा पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर विधिक कार्रवाई शुरू कर दी. खोज जारी है, ताकि गिरोहकार घर और रहस्यमयी मेनू का पता लगाया जा सके. साथ ही अन्य राज्यों जैसे केरल, हैदराबाद, कोयम्बटूर में भी 'गांजा चॉकलेट' की घटनाएं सामने आ चुकी हैं, जिससे इस तरह की तस्करी बढ़ने का खतरा जताया गया है.
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