Game Changer: कहानी में है ताजगी की कमी, उबाऊ और पूर्वानुमानित है फिल्म, देखें रिव्यू

    पैन इंडिया फिल्म गेम चेंजर ने दस्तक दे दी है. फिल्म का बजट 450 करोड़ बताया जा रहा है. फिल्म के निर्देशक शंकर हैं और फिल्म का चेहरा ग्लोबल स्टार राम चरण हैं.

    Game Changer There is a lack of freshness in the story the film is boring and predictable see review
    Game Changer film review

    नई दिल्ली: पैन इंडिया फिल्म पुष्पा 2 की बॉक्स ऑफिस पर कमाई अभी थमी भी नहीं है और इस नए साल की शुरुआत में एक और पैन इंडिया फिल्म गेम चेंजर ने दस्तक दे दी है. फिल्म का बजट 450 करोड़ बताया जा रहा है. फिल्म के निर्देशक शंकर हैं और फिल्म का चेहरा ग्लोबल स्टार राम चरण हैं. वो भी भी दोहरी भूमिका में, जिनकी फिल्म आरआरआर के बाद परदे पर वापसी हुई है, लेकिन यह सब पहलू मिलकर भी गेम चेंजर को एंटरटेनिंग अनुभव नहीं बना पाए हैं क्योंकि कहानी और स्क्रीनप्ले बेहद कमजोर हैं और उस पर आउटडेटिड ट्रीटमेंट ने फिल्म के अनुभव को बोझिल बना दिया है.

    फिल्म का कांसेप्ट सुनने में एक बार को अच्छा लग सकता है, लेकिन इस पर हज़ारों फिल्में बन चुकी हैं. खुद शंकर की कई फिल्में पॉलिटिक्स में करप्शन पर बन चुकी हैं. फिल्म का विषय पुराना है तो इसका ट्रीटमेंट उससे भी ज्यादा आउटडेटिड लगता है. दो घंटे 45 मिनट की इस फिल्म का पहला भाग बहुत ज्यादा लेंथी हो गया है. कियारा और रामचरण का रोमांटिक ट्रैक 90 के दशक की फिल्मों का फील लिए लगता है. सुनील की कॉमेडी भी अपील नहीं करती है. 

    फिल्म एडिटिंग के लिहाज से बेहद कमजोर

    इंटरवल के ठीक पहले फिल्म उम्मीद जगाती है, फ्लैशबैक में दिखाया गया राम चरण का किरदार कहानी के प्रभाव को बढ़ता है, लेकिन आधे घंटे बाद फिर से कहानी और स्क्रीनप्ले औंधे मुंह गिर पड़ती हैं. फिल्म को अपन्ना की कहानी पर फोकस करने की जरुरत थी. अगर वो कहानी फिल्म का आधार बनती तो फिल्म में मजबूती आ सकती थी, लेकिन उस कहानी और उससे जुड़े किरदारों को ज्यादा स्पेस मिल पाया है. फिल्म एडिटिंग के लिहाज से बेहद कमजोर रह गयी है. सीन्स को देखते हुए महसूस होता है कि यह तो अचानक से शुरू हो गया और ये अचानक से खत्म हो गया है. 

    फिल्म के गीत संगीत की बात करें तो इसकी बेहद चर्चा हुई थी. फिल्म के गानों का ही बजट 45 करोड़ बताया गया था. फिल्म देखते हुए यह बात शिद्दत से महसूस होती है कि इनकी जरुरत नहीं थी. इन्होने फिल्म के बजट को बढ़ाने के साथ -साथ फिल्म की लम्बाई को बढ़ाने का काम किया है. एक भी गाने या उसकी शूटिंग से जुड़ी भव्यता परदे पर कुछ खास नहीं छोड़ पायी है. तकनीकी पहलू में हमेशा कुछ खास करने वाले शंकर इस फिल्म में अपने जादू को दोहरा नहीं पाए हैं. एक्शन रूटीन हैं. संवाद भी प्रभावी नहीं बनें हैं.

    कहानी में नवीनता की कमी:

    फिल्म की कहानी को बेहद पुरानी और प्रेडिक्टेबल है. यह निर्देशक शंकर की पिछली फिल्मों की झलक देती है, लेकिन नई सोच का अभाव है.

    निर्देशन में गिरावट:

    शंकर, जो अपने बड़े पैमाने पर प्रस्तुतियों के लिए जाने जाते हैं, इस बार अपनी स्टाइल को दोहराते नजर आते हैं. कई जगह निर्देशन कमजोर है.

    लंबाई और धीमी गति:

    फिल्म की लंबाई और धीमी गति दर्शकों को बोर करती है. कुछ सीन्स अनावश्यक खिंचे हुए लगते हैं.

    प्रदर्शन:

    राम चरण और कियारा आडवाणी ने ठीक-ठाक अभिनय किया, लेकिन कमजोर स्क्रिप्ट और किरदारों की गहराई की कमी उनकी परफॉर्मेंस पर असर डालती है.

    तकनीकी पक्ष:

    वीएफएक्स और सिनेमैटोग्राफी औसत हैं, लेकिन वे फिल्म को बचाने के लिए पर्याप्त नहीं हैं.

    निष्कर्ष:

    'गेम चेंजर' एक बड़ी बजट की निराशाजनक फिल्म है. इसे 'बर्बाद किया हुआ मौका' कहा जा सकता है.

    कलाकार: राम चरण , कियारा आडवाणी , एस जे सूर्या , अंजलि , श्रीकांत , सुनील और ब्रह्मानंदन 

    लेखक: कार्तिक सुब्बाराज , विवेक वेलमुरुगन , साई माधव बुर्रा और शंकर

    निर्देशक: शंकर

    निर्माता: राजू और शिरीष

    रिलीज: 10 जनवरी 2024

    रेटिंग:  2/5

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