Emanuel Macro on President: फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने हाल ही में पेरिस में आयोजित एक राजनीतिक रैली के दौरान कुछ ऐसा कहा, जिसने उनके राजनीतिक भविष्य को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म कर दिया है. उन्होंने स्पष्ट रूप से तो 2027 में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव नहीं लड़ने की बात कही, लेकिन उनका यह भी कहना था कि उन्हें "आपकी ज़रूरत अगले दो सालों में, पांच सालों में और दस सालों में पड़ेगी." इस बयान को राजनीति में लंबे समय तक सक्रिय रहने के संकेत के रूप में देखा जा रहा है.
क्यों नहीं लड़ सकते 2027 में चुनाव?
फ्रांस के संविधान के मुताबिक, कोई भी नेता लगातार तीन कार्यकाल तक राष्ट्रपति नहीं बन सकता. चूंकि मैक्रों 2017 से लगातार दो बार राष्ट्रपति चुने जा चुके हैं, इसलिए 2027 में चुनाव लड़ना उनके लिए संभव नहीं है. हालांकि, अगर वे एक कार्यकाल का विराम लेते हैं तो 2032 में फिर से उम्मीदवार बनने का रास्ता खुला है.
मैक्रों ने खुद भी इस संवैधानिक बाध्यता की ओर इशारा करते हुए कहा है कि वो पहले ऐसे राष्ट्रपति हैं जिन्हें तीसरे कार्यकाल से संविधान ने रोका है. लेकिन उन्होंने यह भी साफ किया कि वो इस नियम को बदलने का इरादा नहीं रखते.
सरकार ने कराया जनता का मूड जानने वाला सर्वे
राजनीतिक हलकों में इस बात की भी चर्चा है कि राष्ट्रपति भवन में 2032 की तैयारी की बिसात बिछनी शुरू हो चुकी है. समाचार वेबसाइट पॉलिटिको की एक रिपोर्ट के मुताबिक, मई में एक गोपनीय सर्वे कराया गया जिसमें आम नागरिकों से यह पूछा गया कि अगर मैक्रों 2032 में दोबारा चुनाव लड़ें, तो क्या वे उन्हें वोट देंगे? यह सर्वे सरकार की ओर से कराया गया था और इसकी रिपोर्ट सीधे एलिजे पैलेस (राष्ट्रपति भवन) तक भेजी गई.
राजनीति से दूरी नहीं चाहते मैक्रों
विशेषज्ञों का मानना है कि भले ही मैक्रों 2027 की दौड़ से बाहर हैं, लेकिन वे राजनीति में हाशिए पर नहीं जाना चाहते. उन्होंने जिस तरह पार्टी के युवा विंग की 10वीं वर्षगांठ पर रैली की और उसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया, उससे साफ है कि वे अब भी पार्टी और सरकार के राजनीतिक केंद्र में बने रहना चाहते हैं. हालांकि, एक ताज़ा जनमत सर्वेक्षण में सामने आया है कि सिर्फ 22% फ्रांसीसी नागरिक ही अब मैक्रों पर भरोसा करते हैं. ऐसे में उन्हें अपनी नेतृत्व क्षमता और राजनीतिक पकड़ को फिर से मजबूत करने की चुनौती का सामना करना पड़ सकता है.
पार्टी में भी शुरू हुई अगली दावेदारी की होड़
फ्रांस की प्रतिष्ठित अखबार Le Monde के अनुसार, मैक्रों की पार्टी ‘रेनेसां’ के भीतर ही 2027 के संभावित उम्मीदवारों को लेकर चर्चा शुरू हो गई है. रैली के दौरान पार्टी प्रमुख और पूर्व प्रधानमंत्री गेब्रियल अत्ताल ने भी इशारों-इशारों में अपनी दावेदारी की बात कही, जिससे यह साफ हो गया है कि पार्टी के भीतर भी नेतृत्व को लेकर प्रतिस्पर्धा तेज हो रही है.
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