नेपाल के पूर्व PM केपी ओली का आरोप, सरकार कर रही है गिरफ्तारी की साज़िश; कहा- देश को अभी मेरी ज़रूरत..

    KP Sharma Oli On Gen Z Protest: नेपाल की राजनीति एक बार फिर उबाल पर है. पूर्व प्रधानमंत्री और सीपीएन-यूएमएल (CPN-UML) पार्टी के अध्यक्ष केपी शर्मा ओली ने मौजूदा सरकार पर बड़ा हमला बोला है. ओली का दावा है कि सरकार उन्हें बिना किसी कानूनी आधार के गिरफ्तार करने की साजिश कर रही है.

    Former Nepal PM KP Oli alleges government is plotting his arrest
    Image Source: ANI/ File

    KP Sharma Oli On Gen Z Protest: नेपाल की राजनीति एक बार फिर उबाल पर है. पूर्व प्रधानमंत्री और सीपीएन-यूएमएल (CPN-UML) पार्टी के अध्यक्ष केपी शर्मा ओली ने मौजूदा सरकार पर बड़ा हमला बोला है. ओली का दावा है कि सरकार उन्हें बिना किसी कानूनी आधार के गिरफ्तार करने की साजिश कर रही है और उनकी सुरक्षा में भी कटौती की गई है. सत्ता से हटने के बाद ये उनकी पहली सार्वजनिक प्रतिक्रिया है, जिसमें उन्होंने मौजूदा राजनीतिक हालात, 2026 के आम चुनाव, और जन-आंदोलनों को लेकर कई चौंकाने वाले बयान दिए हैं.

    ओली ने कहा कि सरकार उन्हें चुप करवाने की कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा, “मेरे खिलाफ कोई पुख्ता केस नहीं है, फिर भी मुझे गिरफ्तार करने की तैयारी की जा रही है.” उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी सुरक्षा में जानबूझकर कटौती की गई है और प्रदर्शनकारियों द्वारा प्रधानमंत्री निवास पर हमले के दौरान नेपाल आर्मी ने उनकी जान बचाई थी. उस वक्त उनका मोबाइल भी जब्त कर लिया गया था.

    Gen Z आंदोलन का साया, इस्तीफा और सत्ता से बाहर

    ओली को सितंबर 2025 में जन-आंदोलन के बाद इस्तीफा देना पड़ा था. Gen Z आंदोलन, जो भ्रष्टाचार और सोशल मीडिया सेंसरशिप के खिलाफ था, ने भारी जन समर्थन पाया. युवाओं ने ओली और गृह मंत्री रमेश लेखक को इसका ज़िम्मेदार ठहराया. आंदोलन की आग इतनी तेज़ थी कि 12 सितंबर को पूर्व चीफ जस्टिस सुशीला कार्की को कार्यवाहक प्रधानमंत्री बनाया गया और राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने संसद भंग कर 2026 के चुनाव की घोषणा कर दी.

    विदेशी साजिश और मीडिया पर दबाव का दावा

    ओली ने जन आंदोलन को लेकर बड़ा बयान दिया कि इसकी पृष्ठभूमि में विदेशी ताकतों का हाथ हो सकता है. उन्होंने कहा कि प्रदर्शन में शामिल कुछ लोग बाहरी थे, हालांकि उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि वे कौन थे या कहां से आए थे. ओली ने कहा, “सुप्रीम कोर्ट, प्रधानमंत्री कार्यालय और संसद भवन जैसी जगहों पर आगज़नी हुई, लेकिन मीडिया ने इन खबरों को दबाया.”

    Nepo-kids अभियान पर निशाना, युवाओं के इरादों पर सवाल

    युवाओं के नेपो-किड्स अभियान, जिसमें नेताओं के बच्चों की आलीशान ज़िंदगी पर सवाल उठाए गए थे, उस पर ओली ने नाराज़गी जताई. उन्होंने इसे "डर और नफरत फैलाने वाला आंदोलन" बताया और कहा कि वे इसका समर्थन नहीं कर सकते.

    हालांकि ओली सत्ता से बाहर हैं, लेकिन उन्होंने यह स्पष्ट किया कि उन्होंने पार्टी नेतृत्व नहीं छोड़ा है. उन्होंने कहा, “देश और पार्टी को मेरी ज़रूरत है. अगर जनता चाहेगी तो मैं फिर सत्ता में लौटूंगा.” बताया जा रहा है कि ओली हाल के दिनों में भक्तपुर के गुंडु इलाके में छिपे हुए थे और अब पार्टी की केंद्रीय समिति की बैठक में भाग लेकर एक बार फिर सक्रिय राजनीति में लौट आए हैं.

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