पंजाब में बाढ़ ने मचाई भीषण तबाही, PM Modi इस जिले का करेंगे दौरा

    PM Modi Punjab Visit: जब घरों में पानी घुस जाए, खेत बर्बाद हो जाएं और गांव उजड़ने लगें, तब हर आंख एक ही दिशा में देखती है — मदद की. पंजाब के लोगों की ऐसी ही उम्मीद बनकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 9 सितंबर को बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करने जा रहे हैं.

    Floods caused massive destruction in Punjab PM Modi will visit gurdaspur
    Image Source: ANI/ File

    PM Modi Punjab Visit: जब घरों में पानी घुस जाए, खेत बर्बाद हो जाएं और गांव उजड़ने लगें, तब हर आंख एक ही दिशा में देखती है — मदद की. पंजाब के लोगों की ऐसी ही उम्मीद बनकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 9 सितंबर को बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करने जा रहे हैं. यह दौरा उन हजारों लोगों के लिए राहत का संकेत बन सकता है, जो पिछले कई हफ्तों से प्राकृतिक आपदा के प्रकोप से जूझ रहे हैं.

    पंजाब में 17 अगस्त के बाद से बारिश की मार ने हालात बद से बदतर कर दिए हैं. लगभग 2 हजार गांव पूरी तरह बाढ़ की चपेट में हैं और लाखों लोग अपना सब कुछ खो चुके हैं. खेतों में खड़ी फसलें पूरी तरह बर्बाद हो चुकी हैं, 2 लाख हेक्टेयर से ज्यादा की फसल का नुकसान हुआ है. अनुमान है कि राज्य को अब तक 10 हजार करोड़ रुपये से अधिक का आर्थिक नुकसान झेलना पड़ा है.

    गुरदासपुर से करेंगे दौरे की शुरुआत

    प्रधानमंत्री मोदी गुरदासपुर जिले से अपने दौरे की शुरुआत करेंगे, जहां वे हालात का जायजा लेने के साथ-साथ राहत कार्यों का निरीक्षण भी करेंगे. इस दौरे को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं कि पीएम बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए आर्थिक सहायता पैकेज की घोषणा कर सकते हैं. पंजाब सरकार पहले ही राज्य को आपदा क्षेत्र घोषित कर चुकी है और केंद्र सरकार से 60 हजार करोड़ रुपये के राहत फंड की मांग की है.

    सेना, एनडीआरएफ और अब बॉलीवुड भी मैदान में

    जहां सरकार और प्रशासन राहत कार्यों में जुटे हैं, वहीं सेना और एनडीआरएफ की टीमें दिन-रात लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने में लगी हैं. इस संकट की घड़ी में बॉलीवुड सितारे भी मदद के लिए सामने आए हैं. रिपोर्ट्स के अनुसार, सलमान खान ने कुछ बाढ़ग्रस्त गांवों की ज़िम्मेदारी ली है, जबकि अन्य कलाकार भी मदद के लिए हाथ बढ़ा रहे हैं.

    राहत से जुड़ी उम्मीदें और ज़मीनी सच्चाई

    प्रधानमंत्री का यह दौरा सिर्फ एक राजनीतिक यात्रा नहीं, बल्कि उन हजारों लोगों की आवाज़ को सुनने और उन्हें राहत देने का अवसर भी है, जो इस आपदा में सब कुछ गंवा चुके हैं. अब देखना होगा कि इस यात्रा के दौरान जो घोषणाएं होती हैं, क्या वे जमीनी हकीकत में तब्दील होकर पीड़ितों तक पहुंचती हैं?

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