नई दिल्लीः मोटापा आजकल एक बड़ी समस्या बन गया है. यह न सिर्फ शारीरिक सुंदरता को प्रभावित करता है, बल्कि कई गंभीर बीमारियों का कारण भी बन सकता है. अधिकतर लोग आलस्य, गलत जीवनशैली और अनहेल्दी खाने की आदतों की वजह से मोटापे से छुटकारा नहीं पा पाते. अगर आप भी इन लोगों में से हैं, तो आपको चरणजीत कौर से प्रेरणा लेनी चाहिए.
चरणजीत कौर का वजन कभी 92 किलो तक पहुंच गया था. उन्होंने इंस्टाग्राम पर बताया कि जब वह स्कूल में थीं, तब उनका वजन 92 किलो था. लेकिन कॉलेज जाने के बाद उन्होंने 27 किलो वजन घटा लिया. अब उनका वजन करीब 65 किलो है. उन्होंने अपने वजन घटाने के लिए डाइट और वर्कआउट को सबसे अहम बताया. चरणजीत ने कहा कि ऐसा लगता है जैसे जिम जाकर मैंने प्लास्टिक सर्जरी करवाई हो. उनकी त्वचा का रंग भी निखर गया और वजन भी घट गया.
चेहरे पर दाग-धब्बे थे
चरणजीत कौर अक्सर अपने फिटनेस सफर को इंस्टाग्राम पर शेयर करती रहती हैं. उन्होंने बताया कि स्कूल के दिनों में उनका वजन 92 किलो था. इस दौरान उनका रंग भी काला था, चेहरे पर दाग-धब्बे थे, और शरीर थुलथुला था. हालांकि वह स्कूल की टॉपर थीं, लेकिन मोटापे और त्वचा के रंग के कारण उनका आत्मविश्वास बहुत कम था.
काली भैंस कहकर चिढ़ाया जाता था
चरणजीत कौर ने बताया कि स्कूल में उन्हें उनके रंग को लेकर बहुत मजाक उड़ाया जाता था. उन्हें काली भैंस कहकर चिढ़ाया जाता था, जिससे वह बहुत आहत होती थीं और घंटों रोती थीं. उनके पास सर्जरी के पैसे नहीं थे, लेकिन उन्होंने अपनी मेहनत और एक्सरसाइज से काले रंग से छुटकारा पाया और अब उनका आत्मविश्वास वापस लौट आया.
चरणजीत कौर ने यह भी बताया कि बचपन से ही उन्हें खाने-पीने का बहुत शौक था, जिस वजह से उनका वजन बढ़ता गया. घरवाले और दोस्त कहते थे कि यह लड़की कभी पतली नहीं हो सकती. लेकिन इस बेइज्जती ने उन्हें खुद को बदलने का हौसला दिया, और यही हौसला आज उन्हें सफल बना चुका है.
चरणजीत कौर की डाइट और फिटनेस रूटीन इस प्रकार है:
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