छत्तीसगढ़ में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच भीषण मुठभेड़, 6 माओवादी ढेर; 2 जवान शहीद

    Bijapur Naxalites Killed: भारत को नक्सलियों की चुनौती से मुक्त करने के लिए सुरक्षाबलों की लगातार कार्रवाई जारी है. इसी कड़ी में बुधवार को छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच एक भीषण मुठभेड़ हुई.

    encounter security forces and Naxalites in Chhattisgarh 6 Maoists killed 2 soldiers martyred
    Image Source: Social Media/ File

    Bijapur Naxalites Killed: भारत को नक्सलियों की चुनौती से मुक्त करने के लिए सुरक्षाबलों की लगातार कार्रवाई जारी है. इसी कड़ी में बुधवार को छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच एक भीषण मुठभेड़ हुई. यह मुठभेड़ बीजापुर-दंतेवाड़ा सीमा के गंगालूर इलाके में चल रही है. इस कार्रवाई में अब तक 6 नक्सली मारे गए हैं, जबकि दो बहादुर जवानों ने शहीद होकर देश की सेवा में अपनी सर्वोच्च कुर्बानी दी है.

    दंतेवाड़ा के डीआईजी कमलोचन कश्यप ने बताया कि पिछले दो घंटे से सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच लगातार गोलीबारी जारी है. जवानों ने नक्सलियों को घेर लिया है और अब तक 6 नक्सलियों के शव बरामद किए जा चुके हैं. वहीं, मुठभेड़ में दो डीआरजी (District Reserve Guard) जवान शहीद हो गए हैं. स्थिति अभी भी अत्यंत गंभीर बनी हुई है और मुठभेड़ के आगे बढ़ने की संभावना जताई जा रही है.

    जवानों और नक्सलियों के बीच यह संघर्ष काफी हिंसक रहा है. इलाके में सुरक्षा बलों ने पूरी तैयारी के साथ नक्सलियों को चारों तरफ से घेर रखा है. अब तक जो जानकारी मिली है उसके अनुसार मारे गए नक्सलियों की संख्या बढ़ने की संभावना है.

    मुठभेड़ की शुरुआत

    जानकारी के मुताबिक, बीजापुर के गंगालूर इलाके के जंगलों में नक्सलियों की संदिग्ध गतिविधियों की सूचना सुरक्षाबलों को मिली. इस सूचना के आधार पर जिला रिजर्व गार्ड (DRG), एसटीएफ और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) की संयुक्त टीम को इलाके में भेजा गया. लेकिन जैसे ही सुरक्षाकर्मियों की टीम इलाके में दाखिल हुई, नक्सलियों ने गोलीबारी शुरू कर दी. 

    इसके बाद सुरक्षाबलों ने भी तुरंत जवाबी कार्रवाई की. यह मुठभेड़ इलाके में लंबे समय तक चली, और दोनों तरफ से जबरदस्त फायरिंग हुई. सुरक्षाबलों ने इलाके में नक्सलियों को पूरी तरह से घेर रखा है और कार्रवाई अभी भी जारी है.

    इस साल छत्तीसगढ़ में मुठभेड़ों में हुई स्थिति

    अधिकारियों के अनुसार, इस कार्रवाई के बाद साल 2025 में छत्तीसगढ़ में मारे गए नक्सलियों की कुल संख्या 268 हो गई है. इनमें से 239 नक्सली बीजापुर समेत बस्तर क्षेत्र के सात जिलों में मारे गए हैं. वहीं, रायपुर क्षेत्र के गरियाबंद में 27 नक्सली और दुर्ग क्षेत्र के मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिले में 2 नक्सली मारे गए.

    इस आंकड़े से साफ होता है कि सुरक्षा बल नक्सलियों के खिलाफ लगातार और सघन कार्रवाई कर रहे हैं. बीजापुर और बस्तर क्षेत्र को हमेशा से नक्सलवाद का गढ़ माना जाता रहा है, लेकिन इन हाल की कार्रवाइयों से नक्सलियों पर दबाव बढ़ गया है.

    सुरक्षा बलों की रणनीति और तैयारी

    सुरक्षाबलों की संयुक्त टीम ने इलाके में पूरी तैयारी के साथ प्रवेश किया. उनके पास नवीनतम हथियार, संचार उपकरण और ड्रोन जैसी आधुनिक तकनीकें मौजूद हैं, ताकि नक्सलियों को घेरकर कार्रवाई की जा सके. अधिकारियों का कहना है कि गंगालूर इलाके में जवानों ने नक्सलियों के संभावित मार्गों और छिपने की जगहों की जानकारी पहले से जुटाई थी.

    इस मुठभेड़ से यह भी पता चलता है कि सुरक्षा बल केवल नक्सलियों के खिलाफ हमला नहीं कर रहे, बल्कि उन्हें पकड़ने और इलाके में स्थायी सुरक्षा बनाए रखने के लिए रणनीतिक तरीके से कार्रवाई कर रहे हैं.

    नक्सलियों की चुनौती और जनता पर असर

    बीजापुर और बस्तर क्षेत्र में नक्सली वर्षों से स्थानीय लोगों को डर और हिंसा के जरिए आतंकित करते रहे हैं. लेकिन सुरक्षा बलों की लगातार कार्रवाई और गश्त से धीरे-धीरे इलाके में स्थिति बदल रही है. इस मुठभेड़ ने स्पष्ट किया कि सुरक्षाबल न केवल नक्सलियों के ठिकानों पर निशाना साध रहे हैं, बल्कि आम जनता की सुरक्षा को भी सर्वोच्च प्राथमिकता दे रहे हैं.

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