26/11 attack survivor Dhurandhar: आदित्य धर की फिल्म ‘धुरंधर’ सिर्फ एक एक्शन-थ्रिलर नहीं, बल्कि भारत के हालिया इतिहास के उन जख्मों की याद दिलाने वाली कहानी बनकर सामने आई है, जिन्हें देश आज भी भूल नहीं पाया है. फिल्म को जहां हर तरफ तारीफ मिल रही है, वहीं 26/11 मुंबई आतंकी हमले में बचीं एक महिला का रिएक्शन इस फिल्म की गहराई और सच्चाई को और भी मजबूत करता है.
26/11 हमले की सर्वाइवर रजिता बग्गा ने फिल्म देखने के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर अपनी भावनाएं साझा कीं. उन्होंने बताया कि जिस रात मुंबई पर आतंक का साया छाया था, वह अपने पति अजय बग्गा के साथ ताज होटल में ही मौजूद थीं. करीब 14 घंटे तक चले उस भयावह हमले के बाद दोनों को सुरक्षित बाहर निकाला गया था.
I was in the Taj Hotel on the night of 26/11 with my husband @Ajay_Bagga . We were fortunate to survive the heinous terrorist attack that night and were rescued alive after 14 hours .
— Rajita Bagga (@RajitaBagga) December 16, 2025
The most bone-chilling scene in #Dhurandhar for me was the red screen where the actual voice… pic.twitter.com/OJ6Zbf1wPm
‘धुरंधर’ का वो सीन जिसने सब कुछ फिर जिंदा कर दिया
रजिता के मुताबिक, फिल्म का सबसे झकझोर देने वाला सीन वह था, जिसमें लाल स्क्रीन पर आतंकवादियों और उनके हैंडलर्स की असली रिकॉर्डिंग सुनाई जाती है. उन्होंने लिखा, “हैंडलर्स द्वारा आतंकियों को दिए जा रहे निर्देश सुनना बेहद क्रूर, अमानवीय और घृणित था. हर धमाके और हर मौत पर उनका जश्न मनाना रोंगटे खड़े कर देता है.”
17 साल बाद भी वही खौफ
रजिता ने आगे कहा कि 17 साल बीत जाने के बावजूद उन पलों की याद आज भी अंदर तक हिला देती है. उन्होंने लिखा, “जो कुछ उस रात हुआ था और जो हमारे साथ हो सकता था, उसकी सोच ही दिल दहला देती है. अगर ऐसे दृश्य हमें गुस्सा और देश की सुरक्षा के लिए संकल्प नहीं देते, तो फिर क्या देगा.”
मेकर्स और कलाकारों की जमकर सराहना
अपने पोस्ट में रजिता बग्गा ने ‘धुरंधर’ की पूरी टीम की जमकर तारीफ की. उन्होंने लिखा कि फिल्म ने महज कुछ मिनटों में नई पीढ़ी को यह समझा दिया कि 26/11 की हकीकत क्या थी. उन्होंने खास तौर पर रणवीर सिंह के लुक और प्रभाव को सराहा और कहा कि यह किरदार युवा पीढ़ी को झकझोर कर रख देगा.
आदित्य धर ने दिया भावुक जवाब
रजिता के पोस्ट पर फिल्म के निर्देशक आदित्य धर ने भी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने लिखा, “आपके शब्दों ने हमें याद दिलाया कि यह कहानी क्यों बताना जरूरी था. वह दृश्य क्रूर सच्चाई को दिखाने के लिए रचा गया था, ताकि हम याद रखें, एकजुट रहें और ऐसे अंधेरे फिर कभी लौटकर न आएं. जीवित रहने, बोलने और हमारे सामूहिक संकल्प को मजबूत करने के लिए धन्यवाद.”
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