नई दिल्ली: अब दिल्ली के स्कूल सिर्फ शिक्षा के मंदिर नहीं रहेंगे, बल्कि पर्यावरण संरक्षण के प्रेरक केंद्र भी बनेंगे. मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने राजधानी में स्कूली बच्चों को प्रकृति से जोड़ने के लिए 'हरित प्रतियोगिताओं' की घोषणा की है. मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि दिल्ली सरकार राजधानी के स्कूलों में हरित प्रतियोगिताएं शुरू कराएगी ताकि हर बच्चा प्रकृति, स्वच्छता और सतत विकास को अपने जीवन का हिस्सा बना सके.
इलेक्ट्रिक स्कूल बसों से शुरुआत
रेखा गुप्ता ने मंगलवार को उपराज्यपाल वीके सक्सेना और सांसद बांसुरी स्वराज के साथ लोधी एस्टेट स्थित सरदार पटेल विद्यालय में इलेक्ट्रिक स्कूल बस सेवा की शुरुआत की. इस पहल के तहत स्कूल ने अपने बेड़े में 24 इलेक्ट्रिक बसें शामिल की हैं, जो न केवल पर्यावरण के लिए बेहतर हैं, बल्कि बच्चों के सफर को भी ज्यादा सुरक्षित बनाएंगी. मुख्यमंत्री ने इस कदम को दिल्ली के लिए एक हरित भविष्य की दिशा में बड़ा कदम बताया. उन्होंने कहा कि इससे दिल्ली को स्वच्छ वायु और हरित भविष्य की राह मिलेगी.
प्राकृतिक सोच, बचपन से शुरू
सरकार का मानना है कि अगर बच्चों को स्कूल के दिनों से ही प्रकृति और पर्यावरण से जोड़ा जाए, तो वे न केवल आज के लिए बेहतर सोच विकसित करेंगे, बल्कि भविष्य में भी जिम्मेदार नागरिक बनकर उभरेंगे. रेखा गुप्ता ने स्पष्ट किया कि हरित प्रतियोगिताएं, जैसे कि वृक्षारोपण, वेस्ट मैनेजमेंट, वायु शुद्धिकरण आदि के ज़रिए बच्चों में प्राकृतिक संतुलन के महत्व की समझ विकसित की जाएगी.
उपराज्यपाल ने की सराहना
इस मौके पर उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने भी विद्यालय के प्रयासों की प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि विद्यालय द्वारा 24 इलेक्ट्रिक बसों को बेड़े में शामिल करना सराहनीय पहल है. इन बसों से प्रदूषण के साथ यातायात पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा. यदि इस पहल को हर स्कूल, कालेज व यूनिवर्सिटी शुरू कर दे तो काफी हद तक प्रदूषण में कमी आएगी.
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