दिल्ली पुलिस ने किया ड्रग रैकेट का भंडाफोड़, 10 को धर दबोचा, पाकिस्तान-अफगानिस्तान तक था कनेक्शन

    दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने हाल ही में एक ड्रग रैकेट का पर्दाफाश किया है. यह ड्रग रैकेट केवल भारत ही नहीं, बल्कि अफगानिस्तान और पाकिस्तान तक फैला हुआ था. क्राइम ब्रांच के इस ऑपरेशन ने नशे के व्यापार के पीछे छिपे एक बड़े षड्यंत्र का खुलासा किया.

    Delhi Police busted a drug racket, arrested 10 people, had connections to Pakistan and Afghanistan
    File Image Source Social Media

    दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने हाल ही में एक ड्रग रैकेट का पर्दाफाश किया है. यह ड्रग रैकेट केवल भारत ही नहीं, बल्कि अफगानिस्तान और पाकिस्तान तक फैला हुआ था. क्राइम ब्रांच के इस ऑपरेशन ने नशे के व्यापार के पीछे छिपे एक बड़े षड्यंत्र का खुलासा किया. इस रैकेट के जरिए देश की आंतरिक सुरक्षा को नुकसान पहुंचाने की साजिश भी रची जा रही थी.

    10 लोगों को किया गया गिरफ्तार

    इस जटिल नेटवर्क में अब तक 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. उनके पास से भारी मात्रा में हेरोइन, मोबाइल फोन और डिजिटल डेटा जब्त किया गया है. सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि इस अवैध धंधे से कमाई गई रकम का इस्तेमाल जम्मू-कश्मीर में पत्थरबाजी और अशांति फैलाने जैसी गैरकानूनी गतिविधियों के लिए किया जा रहा था.

    शख्स के पास से 1 किलो हेरोइन और 1.65 लाख की नकदी बरामद

    फरवरी 2025 में, जब दिल्ली के जल विहार और लाजपत नगर में ड्रग्स की एक बड़ी डील होने की सूचना मिली, तभी से एंटी-नारकोटिक्स टास्क फोर्स हरकत में आ गई. जांच में फहीम फारुख नाम का शख्स सामने आया, जो कश्मीर से ताल्लुक रखता है और सालों से ड्रग्स सप्लाई के काले धंधे में लिप्त था. फहीम को पकड़ने पर उसके पास से 1 किलो हेरोइन और 1.65 लाख रुपये नकद मिले. पूछताछ में यह भी सामने आया कि वह कश्मीर में पत्थरबाजी की घटनाओं को संगठित करने और युवाओं को उकसाने में भी सक्रिय रहा है.

    दिल्ली में छिपी थी साजिश की मास्टरमाइंड

    जांच में साजिया नाम की महिला भी सामने आई है. वह श्रीनगर की रहने वाली है लेकिन अब दिल्ली में बस चुकी है. 2005 से ही उस पर ड्रग्स से जुड़े कई मामले दर्ज हैं. साजिया ही नहीं उसका पूरा परिवार इस अवैध कारोबार में शामिल रहा है.

    साजिया के घर पर छापेमारी के दौरान उसका नौकर जावेद गिरफ्तार हुआ, जो लोकल सप्लाई संभालता था. उसके फोन में कई ऐसे सबूत मिले, जिससे पता चला कि रैकेट कितना संगठित और तकनीकी रूप से सक्षम था. जावेद के जरिए, चार नए लड़कों को भी इस धंधे में जोड़ा गया था, जिन्हें हर डिलीवरी के लिए 50 हजार रुपये और नया स्मार्टफोन दिया जाता था.

    पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए हो रही थी हेरोइन की तस्करी

    ऑपरेशन के दौरान यह चौंकाने वाला खुलासा भी हुआ कि पाकिस्तान से ड्रोन के ज़रिए हेरोइन भारत में भेजी जा रही थी. पलविंदर सिंह उर्फ हैरी, लुधियाना से गिरफ्तार किया गया, जो पाकिस्तान में बैठे ड्रग माफियाओं के संपर्क में था. उसके खिलाफ पहले से भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं. इस पूरी कार्रवाई में 1667 ग्राम उच्च गुणवत्ता वाली हेरोइन, 130 ग्राम अन्य रासायनिक पदार्थ और करीब 10 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति की पहचान की गई है. फिलहाल संपत्ति की जांच चल रही है.

    अमित शाह के निर्देश पर चला ऑपरेशन

    यह ऑपरेशन केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के निर्देश पर शुरू किया गया था. दिल्ली पुलिस ने इसे केंद्रीय एजेंसियों और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के साथ मिलकर अंजाम दिया है. जांच अब भी जारी है. पुलिस का कहना है कि जल्द ही इस नेटवर्क से जुड़े बाकी लोगों को भी गिरफ्त में ले लिया जाएगा.

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