सीमा पर 10 मई को सीजफायर के बाद जब सब कुछ शांत लग रहा था, तो शायद ही किसी ने सोचा होगा कि अगली परेशानी गोलियों या ड्रोन से नहीं, बल्कि हवाओं के झोंकों से आने वाली है. बता दें कि इन दिनों दिल्ली-एनसीआर के लोगों को सुबह आंखे खुलते ही आसमान धुंधला और हवा में अजीब सी घुटन मिलती है. दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में अचानक हवा की गुणवत्ता बिगड़ गई. इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान के उत्तरी हिस्सों से उठी धूल भरी आंधी ने पंजाब और हरियाणा होते हुए दिल्ली में दस्तक दी. इससे न केवल सूरज की रौशनी मद्धम पड़ गई, बल्कि सांस लेना भी एक चुनौती बन गया.
हवा में घुला ज़हर: AQI ने दी चेतावनी
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ ट्रॉपिकल मेट्रोलॉजी के आंकड़े बताते हैं कि शुक्रवार सुबह 8 बजे दिल्ली का AQI 236 पर पहुंच चुका था, जो कि ‘खराब’ श्रेणी में आता है. गुरुवार को ये आंकड़ा 292 तक गया था — जो बीते दो हफ्तों में सबसे खराब स्थिति मानी गई. तेज़ हवाओं ने बारीक धूल को पूरे वातावरण में फैला दिया, जिससे पालम जैसे इलाकों में दृश्यता भी बुरी तरह प्रभावित हुई.
हवाओं ने पाकिस्तान से चलकर दिल्ली को कैसे चौंकाया?
मौसम विभाग (IMD) के अधिकारियों का कहना है कि यह धूल पाकिस्तान के उत्तरी हिस्सों से चली थी और पश्चिमी हवाओं के सहारे भारत पहुंची. हवाओं की रफ्तार पहले 30-40 किमी/घंटा थी, जो बाद में धीमी होकर 3-7 किमी/घंटा हो गई, लेकिन धूल तब तक वातावरण में फैल चुकी थी. इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर भी दृश्यता गिरने से उड़ानों पर असर पड़ा.
क्या होगा आगे?
IMD ने ‘मॉडरेट से खराब’ एयर क्वालिटी की चेतावनी दी है. हल्की बारिश या आंधी से राहत की उम्मीद जरूर जताई जा रही है, लेकिन हरियाणा और राजस्थान में फिर से 50 किमी/घंटा की रफ्तार से धूल भरी हवाओं की संभावना बनी हुई है.
क्या करें दिल्ली-NCR के लोग?
विशेषज्ञों का कहना है कि मानसून से पहले ऐसे धूल भरे तूफान सामान्य होते हैं, लेकिन इस बार पाकिस्तान से आई धूल ने हालात को और खराब कर दिया. इसलिए दिल्ली-एनसीआर के लोगों को सलाह दी जा रही है:
मास्क पहनें (N95 मास्क हो तो बेहतर)
बाहर निकलने से बचें, खासकर बुज़ुर्ग, बच्चे और अस्थमा के मरीज़
घर में एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करें (अगर मुमकिन हो)
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