लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को लखनऊ में आयोजित मुख्यमंत्री युवा कॉन्क्लेव और एक्सपो-2025 का उद्घाटन किया. इस आयोजन के दौरान मुख्यमंत्री ने युवाओं के लिए कई नई योजनाओं और अवसरों की घोषणा की, जिसमें मुख्यमंत्री युवा योजना के तहत युवाओं को स्वरोजगार की दिशा में आत्मनिर्भर बनाने के प्रयासों को प्रमुखता दी गई है.
मुख्यमंत्री युवा योजना: एक सशक्त कदम
योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री युवा योजना को राज्य के युवाओं के लिए एक परिवर्तनकारी पहल बताया. उन्होंने कहा कि इस योजना के माध्यम से अब तक 68,000 से अधिक युवाओं को ₹2,751 करोड़ का ब्याज-मुक्त और ज़मानत-मुक्त ऋण मिल चुका है. इसके साथ ही, युवा उद्यमियों को 10% मार्जिन मनी सहायता भी दी जा रही है, ताकि वे अपने व्यापार को बिना किसी वित्तीय कठिनाई के आगे बढ़ा सकें.
उत्तर प्रदेश में युवा उद्यमिता के अवसर
मुख्यमंत्री ने प्रदेश में युवाओं के लिए असीमित संभावनाओं की बात करते हुए कहा कि सीएम युवा योजना युवाओं को अपने हुनर और उद्यमिता के जरिए आत्मनिर्भर बनने का मौका दे रही है. इसके अतिरिक्त, हस्तशिल्प, कुटीर उद्योग और एमएसएमई क्षेत्र को पुनर्जीवित करने के लिए कई योजनाएं शुरू की गई हैं. उन्होंने यह भी बताया कि अब यूपी में कोई भी नया व्यवसाय शुरू करते समय पहले 1000 दिनों तक लाइसेंस की बाध्यता नहीं है और उद्यमियों को ₹5 लाख का बीमा कवर भी दिया जा रहा है.
प्रदर्शनी और पोर्टल का उद्घाटन
इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने विभिन्न नवाचारी व्यवसायों की प्रदर्शनी का उद्घाटन किया, जिसमें फ्रेंचाइजी व्यवसाय, बिजनेस ऑन व्हील्स और अन्य ब्रांड्स की मशीनरी प्रदर्शित की गई. इसके साथ ही, मशीनरी आपूर्तिकर्ताओं के लिए 'यूपी मार्ट' पोर्टल भी लॉन्च किया गया, जिससे उद्यमियों को उनकी जरूरत की सामग्री आसानी से उपलब्ध हो सके.
शैक्षणिक संस्थानों और समाज के बीच बढ़ते अंतर पर चिंता
मुख्यमंत्री ने युवा सम्मेलन के दौरान विश्वविद्यालयों के कुलपतियों और युवाओं को संबोधित करते हुए शैक्षणिक संस्थानों और समाज के बीच बढ़ते अलगाव पर चिंता व्यक्त की. उन्होंने इसे एक खतरनाक स्थिति बताया और यह सुनिश्चित करने पर जोर दिया कि संस्थानों और समाज के बीच का यह भेद कम किया जाए.
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