पाकिस्तान में क्यों तैनात हुआ चीन का लड़ाकू हेलीकॉप्टर Z-10ME? भारत के अपाचे से खौफ में मुनीर सेना!

    पाकिस्तान ने अब अपने सैन्य बेड़े में चीन से मिले Z-10ME अटैक हेलीकॉप्टरों को तैनात करना शुरू कर दिया है.

    China Z10ME combat helicopter deployed in Pakistan Apache
    प्रतीकात्मक तस्वीर | Photo: Freepik

    पाकिस्तान ने अब अपने सैन्य बेड़े में चीन से मिले Z-10ME अटैक हेलीकॉप्टरों को तैनात करना शुरू कर दिया है. ये हेलीकॉप्टर पाकिस्तान की विशेष जरूरतों के हिसाब से तैयार किए गए हैं. हालांकि पाकिस्तान की सेना ने इस तैनाती की आधिकारिक पुष्टि नहीं की है, लेकिन पाकिस्तानी मीडिया और सोशल मीडिया रिपोर्ट्स में इसका खुलासा हुआ है. इन हेलीकॉप्टरों को खासतौर से भारत के अपाचे हेलीकॉप्टरों का मुकाबला करने के लिए पाकिस्तान ने हासिल किया है, जो भारतीय वायुसेना का एक अहम हिस्सा बन चुके हैं.

    Z-10ME हेलीकॉप्टर का आधुनिक वर्जन

    Z-10ME, चीन के Z-10 हेलीकॉप्टर का उन्नत वर्शन है, जिसे पाकिस्तान को दिया गया है. इसके इंजन, सुरक्षा प्रणाली, इलेक्ट्रॉनिक युद्ध क्षमता और बचाव तकनीकों को बेहतर बनाने के लिए नए सिस्टम लगाए गए हैं. चीनी सूत्रों के अनुसार, यह Z-10 का सबसे आधुनिक रूप है और पुराने मॉडल से कहीं अधिक प्रभावी है. इस हेलीकॉप्टर को विशेष रूप से खराब मौसम में बेहतर प्रदर्शन के लिए डिज़ाइन किया गया है, जिससे पाकिस्तान की सेना को अपनी कार्यक्षमता को बढ़ाने में मदद मिलेगी.

    तुर्की के T129 ATAK के बजाय Z-10ME की पसंद

    पाकिस्तान लंबे समय से अपने अटैक हेलीकॉप्टर बेड़े को अपग्रेड करने की योजना बना रहा था. पहले पाकिस्तान की नजर तुर्की के T129 ATAK हेलीकॉप्टर पर थी, लेकिन अमेरिकी प्रतिबंधों के कारण तुर्की अपने हेलीकॉप्टरों को पाकिस्तान को नहीं बेच सका. इसके बाद चीन ने Z-10ME हेलीकॉप्टर को पाकिस्तान को देने का प्रस्ताव दिया, और अब ये हेलीकॉप्टर पाकिस्तान की सेना के पास हैं.

    Z-10ME और भारतीय अपाचे हेलीकॉप्टर

    Z-10ME हेलीकॉप्टर अब पाकिस्तान के लिए भारतीय अपाचे हेलीकॉप्टरों का मुकाबला करने के रूप में सामने आ रहे हैं. पाकिस्तान को चीन से Z-10ME हेलीकॉप्टर मिले हैं, जबकि भारत को अमेरिका से अपाचे हेलीकॉप्टर प्राप्त हुए हैं. भारत ने 2020 में अमेरिका से 6 अपाचे हेलीकॉप्टरों की 600 मिलियन डॉलर की डील की थी. हालांकि, इन हेलीकॉप्टरों की डिलीवरी में देरी हुई है. तीन अपाचे हेलीकॉप्टर इस साल जुलाई में भारत पहुंचे हैं और बाकी तीन 2025 के अंत तक प्राप्त हो सकते हैं.

    अपाचे हेलीकॉप्टर की ताकत

    अपाचे हेलीकॉप्टर भारतीय सेना की सैन्य शक्ति को बढ़ाने में महत्वपूर्ण साबित होंगे. इसके नाइट विजन और थर्मल सेंसर की क्षमता के कारण यह रात के अंधेरे में भी ऑपरेशन करने में सक्षम है. यह 60 सेकेंड में 128 गतिशील लक्ष्यों का पहचान कर उसे नष्ट करने की क्षमता रखता है. इसके अलावा, इसमें लगी AGM-114 हेलफायर मिसाइल प्रणाली टैंक-रोधी और बख्तरबंद वाहनों को नष्ट करने में सक्षम है.

    इसके साथ ही, अपाचे हेलीकॉप्टर में हाइड्रा 70 रॉकेट और स्ट्रिंगर मिसाइल भी लगे हैं, जो जमीनी ठिकानों और हवाई खतरों से निपटने के लिए प्रभावी हैं. इसकी स्पीड 280-365 किमी प्रति घंटा है और इसकी ऑपरेशनल रेंज 480 से 500 किमी तक है. एक बार उड़ान भरने के बाद, यह हेलीकॉप्टर तीन घंटे से अधिक समय तक हवा में रह सकता है.

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