प्यार की जीतः डॉक्टर ने भी मान ली थी हार, पति ने दिन-रात लगा दिए... फिर कैंसर पीड़ित पत्नी के साथ हुआ चमत्कार

    सच्चे प्रेम की पहचान सिर्फ साथ होने में नहीं, बल्कि मुश्किल वक्त में हार न मानने में होती है. चीन के गुआंग्शी प्रांत के रहने वाले डेंग यूकाई ने इस बात को एक जीवंत मिसाल में बदल दिया.

    China women in coma husband spent 2 crore for her treatment
    Image Source: AI Grok

    सच्चे प्रेम की पहचान सिर्फ साथ होने में नहीं, बल्कि मुश्किल वक्त में हार न मानने में होती है. चीन के गुआंग्शी प्रांत के रहने वाले डेंग यूकाई ने इस बात को एक जीवंत मिसाल में बदल दिया. जब उनकी पत्नी ये मेइदी ब्रेन ट्यूमर से जूझते हुए कोमा में चली गईं, तब उन्होंने न सिर्फ उम्मीद कायम रखी, बल्कि जिंदगी की जंग में हर मोर्चे पर डटे रहे. पत्नी के मना करने और डॉक्टरों के जवाब देने के बावजूद, डेंग ने अपनी सारी जमा-पूंजी, नौकरी और वक्त—all कुछ दांव पर लगा दिया, ताकि उनकी पत्नी एक बार फिर मुस्कुरा सके.

    एक अनमोल रिश्ता, जो बीमारी की दीवार भी नहीं रोक सकी

    डेंग और ये की कहानी साल 2016 में शुरू हुई, जब वे एक दोस्त की शादी में पहली बार मिले. पहली नजर का प्यार हुआ और कुछ ही समय में डेंग को पता चला कि ये ग्लिओमा नामक ब्रेन ट्यूमर से पीड़ित हैं. इसके बावजूद डेंग ने उन्हें शादी के लिए प्रपोज किया. शुरुआत में ये ने बीमारी की वजह से मना कर दिया, लेकिन डेंग की सच्चाई और समर्पण ने उनका दिल जीत लिया.

    2019 में दोनों ने शादी की और 2021 में बेटी हानहान का जन्म हुआ. लेकिन खुशियों के इस दौर को 2022 में फिर से ग्लिओमा की वापसी ने झकझोर दिया. ये कोमा में चली गईं और उन्होंने डेंग से आखिरी गुजारिश की कि उन्हें मरने के लिए छोड़ दिया जाए, क्योंकि वह नहीं चाहती थीं कि परिवार पर आर्थिक बोझ बढ़े.

    पति की जिद और बेटी का स्पर्श बना चमत्कार

    डेंग ने ये की बात मानने से इनकार कर दिया. उन्होंने करीब 2.8 लाख डॉलर (लगभग ₹2 करोड़) खर्च कर दिए, इलाज करवाया, दो सर्जरी करवाईं और जब अस्पताल ने भी हाथ खड़े कर दिए, तो पत्नी को घर ले आए. परिवार वालों ने विदाई देनी शुरू कर दी थी, तभी बेटी हानहान ने अपनी मां के गाल पर एक प्यार भरा चुंबन दिया.

    इस भावुक पल को डेंग ने कैमरे में कैद कर सोशल मीडिया पर साझा किया. वीडियो वायरल हुआ और लाखों लोगों ने न सिर्फ भावनात्मक सहयोग दिया, बल्कि आर्थिक मदद भी की. इसी मदद के सहारे डेंग ने ये को दोबारा अस्पताल में भर्ती कराया.

    फिर हुआ चमत्कार...

    तीन महीने बाद ये ने आंखें खोलीं और दो महीने के भीतर बोलने भी लगीं. होश में आते ही उन्होंने डेंग को धन्यवाद कहा. डेंग ने अपनी नौकरी छोड़ दी थी, ताकि पत्नी और बेटी की देखभाल कर सकें. हर दिन वह पत्नी के पास रहते, उन्हें गाने सुनाते, उनके लिए नाचते बस इस उम्मीद में कि कोई चमत्कार हो. और हुआ भी ऐसा ही.

    अब चलती हैं, मुस्कराती हैं, और जीती हैं

    आज ये न सिर्फ चल फिर सकती हैं, बल्कि उन्होंने एक दुकान भी शुरू की है. डेंग और ये की प्रेरणादायक कहानी ने सोशल मीडिया पर लोगों का दिल जीत लिया है. उनके अकाउंट्स पर लगभग 20 लाख फॉलोअर्स हैं और वे अब लाइव स्ट्रीमिंग के जरिए आमदनी भी कर रहे हैं.

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