दिल्ली में ट्रैफिक की समस्या से निजात दिलाने के लिए सरकार का बड़ा कदम, जानिए 24 हजार करोड़ का प्लान

    केंद्र और दिल्ली सरकार ने एक साथ कई महत्वपूर्ण सड़क प्रोजेक्ट्स पर काम शुरू किया है, जो न केवल ट्रैफिक की समस्या को कम करने में मदद करेंगे, बल्कि लोगों को यात्रा में भी आसानी प्रदान करेंगे.

    Central government traffic problem in Delhi 24 thousand crores plan
    रेखा गुप्ता | Photo: ANI

    दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में बढ़ती जनसंख्या के साथ-साथ ट्रैफिक की समस्या दिन-ब-दिन विकराल होती जा रही है. सड़क पर बढ़ती भीड़, सिग्नल पर खड़ी गाड़ियां, और जाम के चलते लोगों का समय और ऊर्जा दोनों की बर्बादी हो रही है. इस समस्या से निपटने के लिए केंद्र और दिल्ली सरकार ने एक साथ कई महत्वपूर्ण सड़क प्रोजेक्ट्स पर काम शुरू किया है, जो न केवल ट्रैफिक की समस्या को कम करने में मदद करेंगे, बल्कि लोगों को यात्रा में भी आसानी प्रदान करेंगे.

    128 किलोमीटर लंबी सड़क नेटवर्क का होगा निर्माण

    नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) दिल्ली से गुजरने वाले छह बड़े सड़क प्रोजेक्ट्स पर काम करने जा रही है. इन परियोजनाओं के तहत 128 किलोमीटर लंबी सड़कों का निर्माण किया जाएगा, जिनकी कुल लागत 23,850 करोड़ रुपये है. यह सड़क नेटवर्क दिल्ली, नोएडा, फरीदाबाद और अन्य आसपास के शहरों के बीच यात्रा को अधिक आसान और सुविधाजनक बनाएगा. इनमें प्रमुख रूप से दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे, UER-II, द्वारका एक्सप्रेसवे, और 5 किलोमीटर लंबी सुरंग शामिल हैं, जो दिल्ली के ट्रैफिक को बेहतर ढंग से मैनेज करने में मदद करेगी.

    प्रमुख सड़कों पर काम शुरू होगा

    इन परियोजनाओं में सबसे अहम दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे का विस्तार है, जो 4,000 करोड़ रुपये की लागत से बनेगा. इससे जम्मू-कश्मीर, पंजाब और हरियाणा से दिल्ली और गुरुग्राम तक का सफर तेज़ और सुगम होगा. इसके साथ ही UER-II को नोएडा, गाजियाबाद और फरीदाबाद से जोड़ने का काम भी शुरू होगा, जिससे दिल्ली के भीतरी हिस्सों में ट्रैफिक की भीड़ कम हो जाएगी.

    इसके अलावा, द्वारका एक्सप्रेसवे को नेल्सन मंडेला मार्ग से जोड़ने वाली 5 किलोमीटर लंबी सुरंग का निर्माण भी किया जाएगा, जिसकी लागत 3,500 करोड़ रुपये होगी. इस सुरंग से धौला कुआं और राव तुला राम मार्ग जैसे व्यस्त इलाकों में ट्रैफिक कम होगा, और लोग बिना सिग्नल के सीधे द्वारका/गुरुग्राम से साउथ दिल्ली तक पहुंच सकेंगे.

    एलिवेटेड कॉरिडोर और नए इंटरचेंज से मिलेंगी राहतें

    इसके साथ ही, एआईIMS से महिपालपुर बाईपास और गुरुग्राम-फरीदाबाद रोड तक 20 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड कॉरिडोर बनाने का भी निर्णय लिया गया है, जिसमें 5,000 करोड़ रुपये खर्च होंगे. इससे NH-48 पर ट्रैफिक की समस्या कम होगी और दिल्ली के मुख्य रास्तों को जोड़ने में मदद मिलेगी. इसके अलावा, कालिंदी कुंज पर एक नया इंटरचेंज भी बनाया जाएगा, जिससे नोएडा और दिल्ली के बीच सफर करने में और भी आसानी होगी.

    केंद्र और राज्य सरकार की मिलकर कोशिश

    इन सभी परियोजनाओं को लागू करने के लिए केंद्र और दिल्ली सरकार मिलकर काम कर रही हैं. दिल्ली सरकार जमीन अधिग्रहण और विभिन्न अनुमतियां लेने में मदद करेगी, जबकि पुलिस और नगर निगम प्रोजेक्ट के आसपास सुरक्षा और सफाई की जिम्मेदारी निभाएंगे. अधिकारियों का मानना है कि यदि केंद्र और राज्य सरकार मिलकर काम करें, तो इन प्रोजेक्ट्स को समय पर पूरा किया जा सकेगा और इससे दिल्लीवासियों को जल्द राहत मिलेगी.

    नितिन गडकरी ने सीएम को दी जानकारी

    केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने दिल्ली मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता को इन प्रोजेक्ट्स के बारे में पूरी जानकारी दी है और अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे मिलकर काम करें ताकि दिल्ली में ट्रैफिक की समस्या का समाधान जल्द से जल्द किया जा सके.

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