Meghalaya: भारत-बांग्लादेश सीमा पर सुरक्षा एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गई है, जब मेघालय के पूर्वी जयंतिया हिल्स जिले में बीएसएफ के जवानों को संदिग्ध मवेशी तस्करों के हमले का सामना करना पड़ा. यह हमला खासिमारा नदी के पास हुआ, जिसमें बीएसएफ के दो जवान घायल हो गए.
कई राउंड हुई फायरिंग
FIR के अनुसार, बीएसएफ के जवानों ने 12 जुलाई की सुबह बांग्लादेशी सीमा से सटे इलाके में करीब 30-40 मवेशियों के साथ संदिग्ध लोगों की गतिविधि देखी. जवानों ने जब इन्हें रोकने की कोशिश की, तो बांग्लादेशी सीमा पार से करीब 40-50 लोगों का एक और समूह भारतीय क्षेत्र में घुस आया और पथराव शुरू कर दिया. जवानों ने आत्मरक्षा में कई राउंड फायरिंग की, जिसके बाद हमलावर मौके से भाग खड़े हुए. बीएसएफ ने मौके से 13 मवेशियों के सिर बरामद किए हैं. इस पूरी घटना की जांच अब पुलिस और खुफिया एजेंसियां मिलकर कर रही हैं.
घुसपैठ करते चार बांग्लादेशी गिरफ्तार
घटना के कुछ ही दिन पहले, बीएसएफ ने मेघालय के पश्चिमी गारो हिल्स जिले में एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया. 22वीं बटालियन के जवानों ने खुफिया सूचना के आधार पर माचोकपारा इलाके में तीन संदिग्ध वाहनों को रोका. जांच में पाया गया कि इन वाहनों में 26 बांग्लादेशी नागरिक सवार थे, जो बिना किसी वैध दस्तावेज के भारत में घुसने की कोशिश कर रहे थे.
बीएसएफ के अनुसार, इन लोगों की घुसपैठ में भारतीय एजेंट भी शामिल थे, जिन्हें पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. सभी आरोपियों से पूछताछ जारी है और यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि इनके पीछे कोई संगठित नेटवर्क काम कर रहा है या नहीं.
ये भी पढ़ें- उदयपुर हत्याकांड पर आधारित फिल्म ‘उदयपुर फाइल्स’ को नहीं मिली सुप्रीम कोर्ट से राहत, जानिए पूरा मामला