कन्हैया लाल साहू हत्याकांड पर आधारित क्राइम ड्रामा थ्रिलर फिल्म ‘उदयपुर फाइल्स’ इन दिनों चर्चा का विषय बनी हुई है. उच्चतम न्यायालय ने इस मामले के आरोपियों की उस याचिका पर सुनवाई शुरू कर दी है, जिसमें फिल्म की रिलीज का विरोध किया गया था. सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा फिल्म की रिलीज पर लगाई गई रोक को बरकरार रखने के संकेत दिए हैं. जस्टिस सूर्यकांत ने कहा कि उच्च न्यायालय का निर्णय उचित है, और यह मामला नागरिकों के मौलिक अधिकारों से संबंधित है.
इस मामले में दो याचिकाएं दायर की गई हैं—एक आरोपी की ओर से और दूसरी फिल्म निर्माता की ओर से. जस्टिस सूर्यकांत ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार के रुख पर निर्भर करेगा कि इस मामले में आगे क्या निर्णय लिया जाएगा. सुप्रीम कोर्ट ने चेतावनी दी कि यदि फिल्म रिलीज होती है, तो इससे गंभीर नुकसान हो सकता है. यह फिल्म पहले 11 जुलाई को सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली थी.
क्या है फिल्म 'उदयपुर फाइल्स' का विवाद?
यह फिल्म उस जघन्य हत्याकांड पर आधारित है, जिसमें कन्हैया लाल साहू नामक दर्जी को दो आरोपियों ने अपनी दुकान पर घातक हमला करके हत्या कर दी थी. इस हमले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिससे देश भर में भारी विरोध और सांप्रदायिक तनाव फैल गया था. फिल्म 'उदयपुर फाइल्स' इस घटना की व्याख्या करती है, और इसे रिलीज करने की मंजूरी देने को लेकर विवाद चल रहा है. सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई की प्रक्रिया 11 जुलाई को शुरू हुई थी, जब फिल्म को सिनेमाघरों में रिलीज किया जाना था, लेकिन दिल्ली हाईकोर्ट ने फिल्म की रिलीज पर रोक लगा दी थी.
आरोपियों की याचिका और फिल्म निर्माताओं की दलील
कन्हैया लाल की हत्या के मामले के एक आरोपी, मोहम्मद जावेद ने फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी. जावेद का कहना था कि जब तक मामले की सुनवाई पूरी नहीं हो जाती, फिल्म की रिलीज पर रोक लगाई जानी चाहिए, क्योंकि यह निष्पक्ष सुनवाई के अधिकार को प्रभावित कर सकती है. वहीं, फिल्म के निर्माताओं ने दावा किया कि फिल्म को सेंसर बोर्ड से प्रमाणन मिलने के बाद रिलीज पर रोक लगाना गलत है. उन्होंने दिल्ली हाईकोर्ट के फैसले को चुनौती दी है.
दिल्ली हाईकोर्ट की रोक और विवाद
दिल्ली उच्च न्यायालय ने 10 जुलाई को फिल्म 'उदयपुर फाइल्स' की रिलीज पर रोक लगाते हुए कहा था कि फिल्म की रिलीज से पहले केंद्र सरकार द्वारा स्थायी प्रतिबंध लगाने के अनुरोध पर फैसला किया जाए. याचिका में यह दावा किया गया था कि फिल्म में दिखाए गए संवाद और दृश्यों से समाज में वैमनस्यता फैल सकती है, और इसका असर 2022 में हुए सांप्रदायिक तनाव को बढ़ा सकता है.
जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने भी एक याचिका दायर की थी, जिसमें यह आरोप लगाया गया था कि फिल्म के ट्रेलर में कई ऐसे आपत्तिजनक तत्व थे, जो समाज में फिर से असहमति और हिंसा की संभावना को बढ़ावा दे सकते हैं.
कन्हैया लाल साहू की हत्या और फिल्म की कहानी
28 जून, 2022 को कन्हैया लाल साहू की दुकान पर दो हमलावर ग्राहक बनकर पहुंचे थे. एक हमलावर ने कन्हैया लाल पर चाकू से हमला किया और जब वह अपनी चोटों से जूझ रहे थे, दूसरे हमलावर ने उनका सिर धड़ से अलग कर दिया. इस पूरी घटना को वीडियो में कैद किया गया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया, जिससे पूरे देश में एक जबरदस्त विवाद और सांप्रदायिक तनाव फैल गया.
फिल्म में मुख्य कलाकार
'उदयपुर फाइल्स' फिल्म में बॉलीवुड अभिनेता विजय राज कन्हैया लाल का किरदार निभा रहे हैं, जबकि प्रीति झंगियानी, मुश्ताक खान, पुनीत वशिष्ठ, दुर्गेश चौहान, मीनाक्षी चुग, कांची सिंह, फरहीन फलक और आदित्य राघव जैसे कलाकार भी अहम भूमिकाओं में नजर आएंगे. फिल्म की कहानी और किरदारों की नाटकीयता इसे एक प्रभावशाली क्राइम ड्रामा बनाती है.
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