Purnea Airport: बिहार के सीमांचल और कोसी क्षेत्र के लोगों को अब लंबी दूरी की यात्रा में राहत मिलने वाली है. वर्षों से लंबित पूर्णिया एयरपोर्ट आखिरकार उड़ान भरने को तैयार है. निर्दलीय सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने रविवार को एयरपोर्ट का निरीक्षण कर यह ऐलान किया कि 15 सितंबर से यहां से नियमित हवाई सेवाएं शुरू हो जाएंगी.
शुरुआत में दिल्ली और कोलकाता के लिए उड़ानें उपलब्ध होंगी, जबकि आने वाले समय में हैदराबाद, बेंगलुरु और मुंबई जैसे प्रमुख शहरों को भी इस सेवा से जोड़े जाने की योजना है.
स्थानीय विकास को मिलेगी उड़ान
सांसद पप्पू यादव ने बताया कि इस एयरपोर्ट के शुरू होते ही न सिर्फ पूर्णिया, बल्कि अररिया, कटिहार, किशनगंज, और उत्तर बंगाल के यात्रियों को भी बड़ी सुविधा मिलेगी. विशेषकर छात्रों, मजदूरों और व्यवसायिक यात्रियों को अब पटना या बागडोगरा तक नहीं जाना पड़ेगा.
निर्माण कार्य में ढिलाई पर जताई नाराजगी
निरीक्षण के दौरान सांसद ने एयरपोर्ट की घेराबंदी, सड़क कनेक्टिविटी और निर्माण गुणवत्ता को लेकर गहरी चिंता जताई. उन्होंने निर्माण कार्य में हो रही सुस्ती पर एयरपोर्ट अथॉरिटी और संबंधित एजेंसियों को फटकार लगाई और नागर विमानन मंत्री से वीडियो कॉल के माध्यम से स्थिति साझा की. उन्होंने कहा, "ये सिर्फ एक एयरपोर्ट नहीं, बल्कि इस क्षेत्र के लाखों लोगों के भविष्य की उड़ान है. इसमें किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी."
70 सीटर विमान से होगी शुरुआत
शुरुआती चरण में कोलकाता के लिए 70 सीटों वाला इंडिगो विमान और दिल्ली के लिए बड़ा विमान तैनात किया जाएगा. सांसद के अनुसार, हैदराबाद और बेंगलुरु के लिए भी उड़ानें जल्द शुरू करने का लक्ष्य है, क्योंकि इन मार्गों पर छात्रों और मजदूरों की संख्या काफी अधिक है.
निर्माण कार्य समय पर होगा पूरा
सिविल एविएशन विभाग के सीनियर मैनेजर ओंकार नाथ सुमन ने जानकारी दी कि एयरपोर्ट का सारा काम 15 अगस्त तक पूरा कर लिया जाएगा, जिससे 15 सितंबर से उड़ान सेवाएं बिना किसी बाधा के शुरू हो सकें.
पूर्णिया एयरपोर्ट से बदलेगा सीमांचल का भविष्य
पूर्णिया एयरपोर्ट सिर्फ एक परिवहन केंद्र नहीं, बल्कि सपनों को पंख देने वाला द्वार साबित हो सकता है. इस पहल से ना केवल पर्यटन और व्यापार को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि सीमांचल क्षेत्र के सामाजिक और आर्थिक विकास की गति भी तेज होगी.
यह भी पढ़ें- ट्रंप के टैरिफ पर भारत का पहला पलटवार, इन अमेरिकी प्रोडक्ट्स पर जवाबी टैरिफ लगाने की तैयारी