Chandan Mishra murder case: पटना में दिनदहाड़े हुए गैंगस्टर चंदन मिश्रा हत्याकांड ने न केवल राजधानी की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए, बल्कि पुलिस विभाग के भीतर फैली लापरवाही की परतें भी उधेड़ दीं. अब इस मामले में पटना पुलिस प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए शास्त्रीनगर थाना के छह पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है. इनमें दो दरोगा, दो सहायक दरोगा और दो सिपाही शामिल हैं.
कर्तव्यहीनता पर गिरी गाज
एसएसपी कार्यालय से जारी आदेश के मुताबिक, इन पुलिसकर्मियों पर ड्यूटी के दौरान घोर लापरवाही और कर्तव्य के प्रति असंवेदनशीलता का दोष पाया गया. हत्या जैसे संगीन अपराध को टाला जा सकता था, लेकिन मौके पर मौजूद अधिकारियों की निष्क्रियता ने अपराधियों को खुलेआम वारदात को अंजाम देने का मौका दे दिया.
कोलकाता में छिपे थे आरोपी
इधर, इस सनसनीखेज मामले में एक और बड़ी सफलता हाथ लगी है. पटना और कोलकाता पुलिस की संयुक्त टीम ने शनिवार तड़के न्यू टाउन (कोलकाता) से तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. सूत्रों के अनुसार, ये सभी एक गेटेड सोसाइटी में किराये पर रह रहे थे और लंबे समय से छिपे थे. पकड़े गए आरोपियों से फिलहाल पूछताछ जारी है. प्राथमिक जानकारी में यह सामने आया है कि इनका सीधा संबंध कुख्यात शेरू गैंग से है, जिसने चंदन मिश्रा की हत्या की साजिश रची थी.
जेल से रची गई थी हत्या की साजिश?
इस पूरे हत्याकांड का सबसे चौंकाने वाला पहलू ये है कि शुरुआती जांच में हत्या की साजिश जेल के अंदर बैठे शूटरों और गैंग लीडर्स द्वारा रची गई थी. यानी कानून के हाथों में होने के बावजूद अपराधी अपनी पहुंच और नेटवर्क के बल पर साजिश को अंजाम देने में सफल रहे. बिहार और बंगाल की STF की संयुक्त टीम अब इस हत्याकांड से जुड़े हर एंगल की जांच में जुटी है.
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