Alarm Chain Pulling: आपने कभी ट्रेन के कोच में ऊपर लटकती हुई एक लाल रंग की चेन देखी होगी. कई बार हमारे आसपास के लोग मज़ाक में कहते हैं, "मत छूना! ट्रेन रुक जाएगी!" पर क्या वाकई एक चेन खींचने से इतनी बड़ी ट्रेन थम सकती है? अगर हां, तो आखिर वो कैसे? उसमें ऐसा क्या जुड़ा है जो पूरे रेल सिस्टम को अलर्ट कर देता है?
आज हम आपको बताएंगे उस आपातकालीन चेन पुलिंग सिस्टम यानी ACP के पीछे की दिलचस्प तकनीक के बारे में.
ये कोई मामूली चेन नहीं
ट्रेन की हर बोगी में जो चेन टंगी होती है, वो दरअसल एक मैकेनिकल अलर्ट सिस्टम से जुड़ी होती है, जिसे ACP यानी Alarm Chain Pulling कहते हैं. ये सीधे ट्रेन के एयर ब्रेक सिस्टम से जुड़ी होती है. अब आप सोचेंगे, एयर ब्रेक? वो क्या होता है?
पहले समझिए एयर ब्रेक कैसे काम करता है?
भारतीय ट्रेनों में ज़्यादातर Compressed Air Brake System होता है. ट्रेन की पूरी लंबाई में एक पाइप के ज़रिए हवा का दबाव बनाए रखा जाता है.
जब तक यह दबाव बना रहता है, ट्रेन चलती रहती है. लेकिन अगर इस सिस्टम से हवा बाहर निकल जाए तो ब्रेक अपने आप लग जाते हैं.
अब देखें चेन खींचने पर होता क्या है?
चेन खींचते ही एक छोटा वॉल्व खुलता है जो पाइप से हवा बाहर निकाल देता है. हवा का दबाव गिरता है, सिस्टम समझता है कि इमरजेंसी है. ब्रेक लगते हैं, और पूरी ट्रेन धीरे-धीरे रुकने लगती है. ड्राइवर को अलार्म मिलता है, जो ये भी बताता है कि कौन-से कोच में चेन खींची गई.
क्या चेन यूं ही खींच सकते हैं?
बिलकुल नहीं, अगर बिना किसी असली इमरजेंसी के कोई चेन खींचता है, जैसे कि स्टेशन छूट गया हो या किसी को मज़ा आया तो ये अपराध है.
भारतीय रेलवे एक्ट की धारा 141 के तहत, ऐसे व्यक्ति पर 1,000 रुपये जुर्माना या 1 साल तक जेल हो सकती है.
रेलवे हो रहा है हाई-टेक
अब तो भारतीय रेलवे ने नई तकनीकों को भी जोड़ना शुरू कर दिया है:
CCTV कैमरे, ताकि पता चल सके किसने चेन खींची.
स्मार्ट सेंसर, जो बता देते हैं किस कोच में ब्रेक एक्टिवेट हुआ.
इलेक्ट्रॉनिक अलार्म सिस्टम, जिससे ड्राइवर को तुरंत सही जानकारी मिले.
क्या आपने जाना था ये सब?
तो अगली बार जब आप ट्रेन में बैठें और वो लाल चेन आपकी नजरों के सामने लटकी हो, तो जान लीजिए वो सिर्फ एक रस्सी नहीं, एक जान बचाने वाली तकनीक है. और याद रखिए, ACP सिस्टम का मतलब है, "Emergency Only" क्योंकि थोड़ी सी लापरवाही, पूरी ट्रेन की ज़िंदगी रोक सकती है.
ये भी पढ़ें- इस द्वीप को अपने कंट्रोल में लेगी भारत सरकार, यहां रहते हैं 105 परिवार, सुरक्षा के लिहाज से है जरूरी