Bihar Assembly Election 2025: बिहार में विधानसभा चुनाव की आहट तेज होने लगी है. चुनाव आयोग ने 4 और 5 अक्टूबर 2025 को बिहार का दौरा करने का निर्णय लिया है, जो साफ संकेत है कि राज्य में चुनावी प्रक्रिया अब तेज़ी से आगे बढ़ने वाली है. इस दौरे के बाद संभव है कि 6 अक्टूबर से बिहार में चुनावी आचार संहिता लागू कर दी जाए. यह कदम चुनाव आयोग की तैयारी और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है.
मुख्य निर्वाचन आयुक्त (CEC) के नेतृत्व में चुनाव आयोग की टीम बिहार में प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक करेगी. सुरक्षा इंतजाम, मतदाता सूची की सटीकता और मतदान केंद्रों की स्थिति पर विशेष चर्चा होगी. चुनाव को पारदर्शी और सुगम बनाने के लिए हर छोटी-छोटी बात का जायजा लिया जाएगा.
ऑब्जर्वर ट्रेनिंग का मंच तैयार
3 अक्टूबर को दिल्ली में इंडिया इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डेमोक्रेसी एंड इलेक्शन मैनेजमेंट (IIIDEM) में बिहार चुनाव के लिए नियुक्त सभी ऑब्जर्वरों की ब्रीफिंग होगी. यह ट्रेनिंग चुनाव के दौरान उनके दायित्वों और चुनाव आयोग के दिशानिर्देशों पर केंद्रित होगी. ऑब्जर्वर चुनाव की निष्पक्षता के गारंटर होते हैं और उनकी भूमिका बहुत अहम मानी जाती है.
22 नवंबर से पहले चुनाव जरूरी
नीतीश सरकार का कार्यकाल 22 नवंबर 2025 को खत्म हो रहा है. संविधान के तहत इस तारीख से पहले चुनाव कराना आवश्यक है. चुनाव आयोग का बिहार दौरा और ऑब्जर्वर ट्रेनिंग इस बात की पुष्टि करती है कि चुनावी मशीनरी पूरी तरह से तैयार है.
राजनीतिक सरगर्मी भी बढ़ी
चुनावी घोषणा को लेकर राजनीतिक दलों की सक्रियता बढ़ गई है. सभी पार्टियों की नजरें चुनाव आयोग की अगली घोषणा पर टिकी हैं, जो बिहार विधानसभा चुनाव के तारीखों का ऐलान कर सकती है.
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