पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के अनुरोध को दरकिनार करते हुए मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा के प्रभावितों से मिलने के लिए मालदा का दौरा किया. राज्यपाल ने अपनी यात्रा का उद्देश्य मुर्शिदाबाद हिंसा के पीड़ितों से मिलकर स्थिति का जायजा लेना बताया. उन्होंने कहा, "मैं पीड़ितों से मिलने और क्षेत्र से प्राप्त रिपोर्टों की पुष्टि करने के लिए यहां जा रहा हूं. मैं अस्पतालों, पीड़ितों के घरों और राहत शिविरों का दौरा करूंगा. केंद्रीय बल और राज्य पुलिस मिलकर इस स्थिति को जल्द सामान्य करने में सक्षम होंगे."
शिविरों में शरण लिए पीड़ितों से मिलेंगे राज्यपाल
राज्यपाल ने आगे बताया कि वे शिविरों में रह रहे लोगों से उनकी समस्याएं सुनेंगे और उनकी जरूरतों को समझने के बाद उचित कार्रवाई करेंगे. राजभवन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सीवी आनंद बोस अपनी यात्रा को आगे बढ़ा सकते हैं ताकि वह व्यक्तिगत रूप से स्थिति का आकलन कर सकें.
हिंसा के कारण घर छोड़कर भागे लोग
मुर्शिदाबाद जिले में 11 और 12 अप्रैल को वक्फ संशोधन अधिनियम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़क गई थी. शमशेरगंज, सुती, धुलियान और जंगीपुर जैसे मुस्लिम बहुल इलाकों में हुई इस हिंसा में तीन लोगों की मौत हो गई थी. कई स्थानीय निवासी अपनी जान बचाने के लिए अपने घर छोड़कर भागे और मालदा जिले में बने राहत शिविरों में शरण ली. राज्य पुलिस और अर्धसैनिक बलों को मुर्शिदाबाद के हिंसा प्रभावित इलाकों में तैनात किया गया है, जहां अब तक 274 लोगों को दंगों और तोड़फोड़ में कथित संलिप्तता के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. इस बीच, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने भी मुर्शिदाबाद में हिंसा के बाद की स्थिति का निरीक्षण करने के लिए एक टीम मालदा भेजी है.
CM ने किया था अनुरोध
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्यपाल से अपील की थी कि वे मुर्शिदाबाद का प्रस्तावित दौरा कुछ दिनों के लिए स्थगित कर दें, ताकि विश्वास बहाली के उपाय किए जा सकें. हालांकि, राज्यपाल ने इस अनुरोध को नकारते हुए कहा कि वे निश्चित रूप से मुर्शिदाबाद का दौरा करेंगे और वहां की स्थिति का जायजा लेंगे.