भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच पाकिस्तान के एक पूर्व मंत्री ने दावा किया है कि पाकिस्तान के पास 250 ग्राम वजन के छोटे परमाणु बम हैं. यह दावा पाकिस्तान के रेल मंत्री रहे शेख रशीद अहमद ने किया था. उन्होंने कहा था कि यदि भारत पाकिस्तान पर हमला करता है, तो पाकिस्तान इन छोटे परमाणु बमों का उपयोग कर सकता है. उनका यह बयान भारत के खिलाफ संभावित सैन्य कार्रवाई की ओर इशारा करता है.
क्या 250 ग्राम का परमाणु बम संभव है?
परमाणु बम बनाने के लिए न्यूनतम मात्रा में प्लूटोनियम-239 या यूरेनियम-235 की आवश्यकता होती है, जिसे 'क्रिटिकल मास' कहा जाता है. एटॉमिक आर्काइव पोर्टल के अनुसार, न्यूनतम 5 किलोग्राम प्लूटोनियम-239 या 15 किलोग्राम यूरेनियम-235 की आवश्यकता होती है. इससे कम मात्रा में बम बनाना संभव नहीं है, और यदि कोई 250 ग्राम का बम बनाता भी है, तो वह विस्फोटक दृष्टिकोण से प्रभावी नहीं होगा.
पाकिस्तान के परमाणु हथियारों की स्थिति
वर्तमान में, पाकिस्तान के पास लगभग 150 से 160 परमाणु हथियार हैं, जो भारत के पास मौजूद परमाणु हथियारों की संख्या से अधिक है. हालांकि, पाकिस्तान के पास अधिक संख्या में परमाणु हथियार होने के बावजूद, उनके वितरण प्रणालियों और बमवर्षकों की क्षमता भारत के मुकाबले कम है. भारत के पास अधिक उन्नत वितरण प्रणालियाँ हैं, जो उसे रणनीतिक दृष्टिकोण से अधिक सक्षम बनाती हैं. पाकिस्तान का 250 ग्राम के छोटे परमाणु बम का दावा वास्तविकता से परे है. वर्तमान तकनीकी और भौतिक सीमाओं के कारण, इतना हल्का और प्रभावी परमाणु बम बनाना संभव नहीं है. हालांकि, पाकिस्तान के परमाणु हथियारों की संख्या भारत से अधिक है, लेकिन उनके वितरण प्रणालियों की क्षमता भारत के मुकाबले कम है. इसलिए, दोनों देशों के बीच परमाणु युद्ध की स्थिति में, दोनों को ही भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है.
यह भी पढ़ें: हाइवे पर राफेल,जगुआर और मिराज की दहाड़, पाकिस्तान तक महसूस की गई कंपन; थर्रा उठा मुनीर!