What is Ammonium Nitrate: दिल्ली से सटे फरीदाबाद में 350 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट की बरामदगी से इलाके में हड़कंप मच गया है. यह खतरनाक केमिकल इतना पावरफुल हो सकता है कि इससे जबरदस्त धमाका हो सकता है, जिसकी चपेट में आने वाली चीजें पूरी तरह से तबाह हो सकती हैं. अमोनियम नाइट्रेट का यह जखीरा पुलिस और जांच एजेंसियों के लिए एक बड़ा सिरदर्द बन गया है, क्योंकि यह पदार्थ आतंकवादी गतिविधियों में भी इस्तेमाल हो सकता है.
अमोनियम नाइट्रेट: खतरनाक और विस्फोटक तत्व
अमोनियम नाइट्रेट (NH₄NO₃) एक रासायनिक यौगिक है जो अमोनिया (NH₃) और नाइट्रिक एसिड (HNO₃) के मिश्रण से तैयार होता है. यह एक प्रकार का नमक होता है जो पानी में घुल सकता है. आमतौर पर इसे खेती में उर्वरक के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन यह एक शक्तिशाली ऑक्सीडाइज़र भी है, जिससे इसके खतरनाक इस्तेमाल का अंदाजा लगाया जा सकता है. आग के संपर्क में आते ही यह पदार्थ धमाका कर सकता है, जो बड़ी तबाही मचा सकता है.
350 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट का खतरा
फरीदाबाद में जब पुलिस को 350 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट मिला, तो यह स्पष्ट हो गया कि इसका असर बेहद खतरनाक हो सकता है. 350 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट से 50 से 100 मीटर तक बड़ा धमाका हो सकता है और इसका असर 120 मीटर तक फैल सकता है. इस रेंज में आने वाली सभी चीजें पूरी तरह से नष्ट हो सकती हैं. यही वजह है कि पुलिस और जांच एजेंसियां इस मामले में तेजी से काम कर रही हैं.
पुलिस को कैसे मिली जानकारी?
यह सब एक आतंकवादी के पकड़े जाने से शुरू हुआ. जम्मू-कश्मीर पुलिस ने उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से एक संदिग्ध आतंकवादी, आदिल अहमद को गिरफ्तार किया था, जो श्रीनगर में जैश-ए-मोहम्मद के समर्थन में पोस्टर लगाने के आरोप में पकड़ा गया. आदिल से पूछताछ के दौरान पुलिस को अमोनियम नाइट्रेट के बारे में जानकारी मिली. इसके बाद जम्मू कश्मीर पुलिस ने फरीदाबाद में छापेमारी की और अमोनियम नाइट्रेट सहित अन्य खतरनाक सामग्री बरामद की.
अमोनियम नाइट्रेट के खतरनाक इस्तेमाल के तरीके
अमोनियम नाइट्रेट का सबसे खतरनाक पहलू यह है कि इसे दो अलग-अलग तरीकों से इस्तेमाल किया जा सकता है. पहला, आग के संपर्क में आने पर यह एक जबरदस्त धमाके की वजह बन सकता है. उदाहरण के लिए, 2020 में लेबनान के बेरूत में हुई त्रासदी में भी अमोनियम नाइट्रेट की वजह से 200 लोगों की मौत हुई थी और 6000 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे. दूसरा, जब यह ईंधन, पेट्रोलियम, या चीनी जैसे विस्फोटक पदार्थों के संपर्क में आता है, तो यह एक बम के रूप में काम करता है. इसे आमतौर पर ANFO (Ammonium Nitrate Fuel Oil) के रूप में जाना जाता है, जिसका इस्तेमाल माइनिंग और निर्माण उद्योग में बड़े धमाके करने के लिए किया जाता है.
भारत में अमोनियम नाइट्रेट पर नियंत्रण
भारत में अमोनियम नाइट्रेट की बिक्री पर सरकार द्वारा सख्त नियंत्रण रखा जाता है. 2012 में विस्फोटक अधिनियम 1884 के तहत इस पर विशेष नियम बनाए गए थे. अगर अमोनियम नाइट्रेट का प्रतिशत 45 प्रतिशत से ज्यादा होता है, तो इसे विस्फोटक माना जाता है. इसके निर्माण और सप्लाई के लिए लाइसेंस की आवश्यकता होती है और इसे स्टोर करने, ट्रांसपोर्ट करने और बेचने के लिए भी सख्त नियम बनाए गए हैं. विशेषकर, भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में अमोनियम नाइट्रेट रखने पर प्रतिबंध है. इसके आयात और निर्यात पर भी कड़ी निगरानी रखी जाती है.
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