बदल जाएगी व्हाइट हाउस की सूरत? पूरा होगा ट्रंप का सपना; 1800 करोड़ रुपये होंगे खर्च

    अमेरिकी राजनीति में एक बड़ा बदलाव होने जा रहा है, क्योंकि व्हाइट हाउस में पहली बार एक नया और विशाल बॉलरूम निर्माणाधीन है. इसकी लागत करीब 200 मिलियन डॉलर (लगभग 1800 करोड़ रुपये) बताई जा रही है. इस ऐतिहासिक फैसले की घोषणा व्हाइट हाउस की प्रेस सेक्रेटरी कैरोलीन लेविट ने आधिकारिक तौर पर की है.

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    Image Source: Social Media

    अमेरिकी राजनीति में एक बड़ा बदलाव होने जा रहा है, क्योंकि व्हाइट हाउस में पहली बार एक नया और विशाल बॉलरूम निर्माणाधीन है. इसकी लागत करीब 200 मिलियन डॉलर (लगभग 1800 करोड़ रुपये) बताई जा रही है. इस ऐतिहासिक फैसले की घोषणा व्हाइट हाउस की प्रेस सेक्रेटरी कैरोलीन लेविट ने आधिकारिक तौर पर की है.

    इस बॉलरूम का विचार कोई नया नहीं है. 2016 में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव प्रचार के दौरान डोनाल्ड ट्रंप ने यह प्रस्ताव रखा था कि वे निजी तौर पर 100 मिलियन डॉलर खर्च कर व्हाइट हाउस के लिए एक भव्य बॉलरूम बनवाना चाहते हैं. उस समय बराक ओबामा का प्रशासन इस प्रस्ताव पर सहमत नहीं हुआ, लेकिन अब ट्रंप के दोबारा राष्ट्रपति बनने के बाद वह विचार एक ठोस रूप लेने जा रहा है.

    कहां बनेगा यह बॉलरूम?

    नई संरचना को व्हाइट हाउस के ईस्ट विंग के समीप बनाया जाएगा, जहां वर्तमान में फर्स्ट लेडी मेलानिया ट्रंप और कुछ वरिष्ठ अधिकारी कार्यरत हैं. बॉलरूम का कुल क्षेत्रफल लगभग 90,000 वर्ग फुट होगा और इसमें करीब 650 लोगों के बैठने की व्यवस्था होगी. वर्तमान में आयोजनों के लिए ईस्ट रूम का इस्तेमाल होता है, जहां महज 200 सीटें ही हैं.

    निर्माण का खर्च कौन उठाएगा

    इस परियोजना के लिए सरकारी खजाने पर कोई भार नहीं डाला जाएगा. फंडिंग पूरी तरह से निजी दान के माध्यम से की जाएगी, जिसमें सबसे बड़ी हिस्सेदारी ट्रंप की होगी. बाकी योगदानकर्ताओं के नाम फिलहाल गुप्त रखे गए हैं. निर्माण कार्य सितंबर 2025 से शुरू होने की संभावना है और यह ट्रंप के कार्यकाल समाप्त होने से पहले ही पूरा कर लिया जाएगा.

    आयोजन स्थल की वर्षों पुरानी मांग

    डोनाल्ड ट्रंप का मानना है कि व्हाइट हाउस की मौजूदा संरचना बड़े अंतरराष्ट्रीय आयोजनों और राजनयिक कार्यक्रमों के लिए पर्याप्त नहीं है. उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया है कि टेंट जैसे अस्थायी विकल्प व्हाइट हाउस की गरिमा के अनुरूप नहीं हैं. यही कारण है कि उन्होंने एक स्थायी, शानदार और पूरी तरह सुसज्जित आयोजन स्थल की आवश्यकता जताई है.इतिहास गवाह है कि पिछले 150 वर्षों में विभिन्न प्रशासनों ने इस तरह की स्थायी संरचना की मांग की थी, मगर किसी ने उसे मूर्त रूप नहीं दिया. अब ट्रंप प्रशासन इस अधूरे सपने को साकार करने के मार्ग पर अग्रसर है.

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