हूतियों को मारना अब अमेरिका के लिए 'असंभव', F-16 और F-35 के लिए खतरा है ये डिफेंस सिस्टम; टेंशन में ट्रंप!

    न्यूयॉर्क टाइम्स की एक ताजा रिपोर्ट में दावा किया गया है कि हूती विद्रोहियों ने अमेरिका के इन हाई-टेक फाइटर जेट्स पर निशाना साधा था, और दोनों लगभग तबाह हो चुके थे.

    America to kill Houthis defense system threat to F-16 and F-35 Trump
    प्रतीकात्मक तस्वीर | Photo: Freepik

    यमन में सक्रिय ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों ने हाल ही में अपनी सैन्य क्षमता से अमेरिका को हैरत में डाल दिया है. अब तक सस्ते ड्रोन और मिसाइलों से लाल सागर के कार्गो जहाजों और इजरायल को निशाना बनाने वाले इन विद्रोहियों के हाथ अब ऐसे घातक हथियार लग चुके हैं, जो दुनिया के सबसे एडवांस्ड माने जाने वाले अमेरिकी फाइटर जेट्स – F-35 स्टील्थ फाइटर और F-16 फाल्कन – के लिए भी सीधा खतरा बन चुके हैं.

    न्यूयॉर्क टाइम्स की एक ताजा रिपोर्ट में दावा किया गया है कि हूती विद्रोहियों ने अमेरिका के इन हाई-टेक फाइटर जेट्स पर निशाना साधा था, और दोनों लगभग तबाह हो चुके थे. यह हमला अमेरिका के एक बड़े सैन्य अभियान, "ऑपरेशन रफ राइडर", के दौरान हुआ, जो CENTCOM कमांड के नेतृत्व में चलाया जा रहा था.

    अमेरिका को भारी नुकसान

    इस ऑपरेशन के शुरुआती 30 दिनों में अमेरिका ने यमन में 1000 से अधिक हूती ठिकानों पर हमला किया, लेकिन इस दौरान खुद उसे भी करीब 1 अरब डॉलर का नुकसान उठाना पड़ा. सात MQ-9 रीपर ड्रोन और दो F/A-18 सुपर हॉर्नेट विमानों की क्षति हुई. रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि USS कार्ल विंसन से ऑपरेट हो रहे सुपर हॉर्नेट्स में से एक को हूतियों ने सीधे निशाना बनाया था.

    कौन सा हथियार बना अमेरिका के लिए सिरदर्द?

    सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि हूती अब ऐसे एयर डिफेंस सिस्टम का इस्तेमाल कर रहे हैं, जो सिर्फ ड्रोन ही नहीं, बल्कि अमेरिका के स्टील्थ फाइटर जेट्स को भी निशाना बना सकते हैं. विशेषज्ञों के अनुसार, यह सिस्टम रूसी या ईरानी तकनीक पर आधारित हो सकता है, जिसे अपग्रेड करके हूतियों को सप्लाई किया गया है.

    B-2 बॉम्बर्स की भी तैनाती बेअसर

    अमेरिका ने ऑपरेशन को धार देने के लिए B-2 स्पिरिट स्टील्थ बॉम्बर्स और दो एयरक्राफ्ट कैरियर्स की मदद ली, लेकिन हूती खतरे की तीव्रता इतनी ज्यादा थी कि F-16 और F-35 जैसे जेट्स भी मुश्किल से बच सके. कई अमेरिकी अधिकारियों ने पुष्टि की है कि हूतियों की मिसाइलों से इन जेट्स को "लगभग उड़ाया ही जा चुका था".

    युद्धविराम की ओर कदम

    हालात की गंभीरता को देखते हुए, 5 मई 2025 को व्हाइट हाउस ने ऑपरेशन रफ राइडर को तत्काल रोकने का आदेश दिया. ओमान की मध्यस्थता से अमेरिका और हूती विद्रोहियों के बीच एक अस्थायी युद्धविराम का समझौता हुआ है, जिसमें दोनों पक्ष एक-दूसरे पर हमला नहीं करेंगे. हालांकि यह अभी साफ नहीं है कि अगर हूती फिर से इजरायल पर मिसाइल हमले करते हैं, तो अमेरिका उस स्थिति में कैसे प्रतिक्रिया देगा.

    ये भी पढ़ेंः PM मोदी की चेतावनी से चीन को लगा 440 वॉल्ट का करंट, धड़ल्ले से गिर रहे J-10 बनाने वाली कंपनी के शेयर