अमेरिका में पिछले कुछ महीनों से बढ़ती महंगाई ने आम लोगों की जेब पर सीधा असर डाला है. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से कई देशों पर लगाए गए भारी टैरिफ का परिणाम अब घरेलू बाजार में साफ दिखाई देने लगा है. आयातित सामान पर बढ़ी लागत ने रोजमर्रा की चीजों के दाम को तेजी से ऊपर पहुंचा दिया है. ऐसे माहौल में ट्रंप प्रशासन ने पहली बार अपने फैसलों में नरमी दिखाते हुए कई वस्तुओं से टैरिफ हटाने का निर्णय लिया है.
तेजी से बढ़ती महंगाई के बीच ट्रंप प्रशासन ने स्वीकार किया कि कुछ वस्तुओं के दाम नियंत्रण से बाहर जा रहे हैं. इसी वजह से कॉफी, बीफ और कुछ फलों पर लगाया गया अतिरिक्त शुल्क हटा दिया गया है. ट्रंप ने दावा किया कि उनका उद्देश्य घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देना था, लेकिन बाजार में इसका उल्टा असर दिखाई देने पर सरकार को कदम पीछे खींचने पड़े. उन्होंने कहा कि टैरिफ हटाने का फैसला जनता पर बढ़ते बोझ को कम करने के लिए जरूरी था. हालांकि उन्होंने यह भी दोहराया कि बड़े परिप्रेक्ष्य में ये कदम अमेरिका की आर्थिक मजबूती के लिए उठाया गया था.
डेमोक्रेट्स की बढ़त के बाद नरम हुई नीति
इस महीने हुए ऑफ-ईयर चुनावों में वर्जीनिया, न्यू जर्सी सहित कई राज्यों में डेमोक्रेट्स की बड़ी जीत ने ट्रंप प्रशासन पर अप्रत्यक्ष दबाव बनाया. राजनीतिक माहौल में आए बदलाव के बाद ही प्रशासन ने कुछ महत्वपूर्ण चीजों पर से टैरिफ वापस लेने का फैसला किया. डेमोक्रेट्स सरकार की आलोचना करते हुए लगातार कह रहे हैं कि ट्रंप की व्यापार नीतियां आम अमेरिकी नागरिकों को नुकसान पहुंचा रही हैं, वहीं ट्रंप प्रशासन इस आलोचना को खारिज करता रहा है.
ब्राजील से बीफ आयात महंगा, और बढ़ा संकट
ब्राजील अमेरिका को सबसे ज्यादा बीफ निर्यात करता था, लेकिन उस पर भारी टैरिफ लगाने के बाद घरेलू बाजार में बीफ की कीमतें अचानक बढ़ गईं. इसी तरह चाय, फलों के जूस, कोकोआ, मसाले, केले, टमाटर, संतरे और कुछ उर्वरकों पर भी लगाए गए शुल्क ने बाजार को प्रभावित किया. अब इन वस्तुओं पर से टैरिफ हटाने का आदेश जारी किया गया है, जिससे उम्मीद है कि लगातार बढ़ती महंगाई में कुछ राहत मिल सकेगी.
कई देशों के साथ नए व्यापार समझौते
अमेरिका ने हाल के दिनों में इक्वाडोर, अर्जेंटीना और एल सल्वाडोर के साथ कृषि उत्पादों पर व्यापक व्यापार समझौते किए हैं. इन समझौतों में कई उत्पादों पर टैरिफ में ढील शामिल है. प्रशासन का दावा है कि ये कदम वैश्विक सप्लाई चेन को स्थिर करने और घरेलू बाजार को राहत देने में मदद करेंगे.
भारत के साथ समझौता करीब
ट्रंप ने संकेत दिया है कि अमेरिका और भारत "न्यायसंगत व्यापार समझौते" के बहुत करीब हैं. उन्होंने कहा कि भारत पर लगाए गए टैरिफ को वह "उचित समय" पर कम कर देंगे. यह पिछले दो हफ्तों में दूसरा मौका है जब उन्होंने भारत के साथ द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर सकारात्मक बयान दिया है.यह स्पष्ट है कि अमेरिका अपनी व्यापारिक नीतियों को नए सिरे से संतुलित करने की कोशिश कर रहा है, ताकि महंगाई और बाजार अस्थिरता से निपटने में आसानी हो सके.
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