यमन की राजधानी सना में अमेरिका ने कई हवाई हमले किए, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए. ये हमले हूती विद्रोहियों के इलाकों में किए गए. हूती यमन के उत्तरी हिस्सों और राजधानी सना पर कब्जा जमाए हुए हैं.
कहां-कहां हुए हमले?
सना के अल-नहदा इलाके में एक घर पर हमला हुआ. करीब 20 हवाई हमले किए गए. इनमें शामिल हैं, अल-हफा सैन्य ठिकाना (माउंट नुकुम) बानी हशिश, निहम और मनखा जिले. पूरे शहर में लड़ाकू विमानों की आवाजें और धमाके सुनाई दिए.
अमेरिका क्यों कर रहा है ये हमले?
15 मार्च से अमेरिका ने हूती विद्रोहियों पर हमले तेज कर दिए हैं. वजह ये है कि हूती लाल सागर में अमेरिकी और इजरायली जहाजों को निशाना बना रहे थे. हूती कहते हैं कि “अगर इजरायल गाजा पट्टी में युद्ध रोके और ज़रूरी सामान पहुंचने दे, तो हम भी हमले रोक देंगे.”
अमेरिकी ड्रोन को गिराया
हूती विद्रोहियों ने कहा कि उन्होंने यमन के हज्जाह प्रांत में एक अमेरिकी एमक्यू-9 रीपर ड्रोन गिरा दिया है. ये ड्रोन उन्होंने स्थानीय रूप से बनाई मिसाइल से निशाना बनाया. हूती के पास ईरानी ‘358’ मिसाइलों जैसी मिसाइलें हैं, जो एयरक्राफ्ट गिरा सकती हैं. ईरान कहता है कि वह हूती को हथियार नहीं देता, लेकिन कई बार समुद्री जहाजों में ईरानी हथियार पकड़े गए हैं.
व्यापारिक जहाज भी बने निशाना
नवंबर 2023 से जनवरी 2024 के बीच हूती विद्रोहियों ने 100 से ज्यादा जहाजों पर हमला किया. 2 जहाज डूबे, 4 नाविक मारे गए उन्होंने अमेरिकी युद्धपोतों को भी निशाना बनाया, लेकिन वे सफल नहीं हो पाए. अमेरिका हूती विद्रोहियों पर हमले कर रहा है, ताकि वे अंतरराष्ट्रीय जहाजों को नुकसान न पहुंचाएं. हूती इजरायल पर दबाव डालने के लिए यह सब कर रहे हैं. इससे लाल सागर का इलाका बहुत असुरक्षित हो गया है, जो पूरी दुनिया की व्यापारिक जहाजों के लिए खतरा बनता जा रहा है.