Air India: भारत की सबसे पुरानी एयरलाइन एयर इंडिया, जो कभी गर्व का प्रतीक मानी जाती थी, अब यात्रियों के लिए परेशानी का पर्याय बनती जा रही है. हाल ही में हुए एक सर्वे और AI171 विमान हादसे ने यात्रियों की सुरक्षा और सेवा से जुड़ी चिंताओं को एक बार फिर से उजागर कर दिया है.
यात्रियों की राय: खराब रखरखाव, घटिया सुविधाएं
लोकलसर्कल्स द्वारा कराए गए एक सर्वे में चौंकाने वाले खुलासे सामने आए हैं. देशभर के करीब 15,000 यात्रियों की राय के अनुसार, 79% लोगों ने माना कि एयर इंडिया के विमानों की क्वालिटी और मेंटेनेंस बहुत ही खराब है. ये आँकड़ा पिछले साल 55% था, जिससे यह साफ़ है कि हालात बद से बदतर हो गए हैं.
AI171: एक दर्दनाक हादसा जिसने सुरक्षा पर सवाल खड़े किए
12 जून को एयर इंडिया की फ्लाइट AI171, जो कि बोइंग 787 ड्रीमलाइनर थी, अहमदाबाद में क्रैश हो गई. इस भयानक हादसे में 242 यात्रियों में से केवल एक ही जीवित बच पाया, और ज़मीन पर मौजूद 34 लोगों की भी मौत हो गई. यह हादसा एयर इंडिया की सुरक्षा प्रणाली की पोल खोलता है और यात्रियों की आशंकाओं को और गहरा कर देता है.
सर्वे के नतीजे: हर मोर्चे पर बढ़ती शिकायतें
48% यात्रियों को बैगेज हैंडलिंग में दिक्कतें आईं (2024 में 38%). 36% ने फ्लाइट एंटरटेनमेंट सिस्टम को ख़राब बताया (2024 में 24%). 31% को कस्टमर सर्विस से शिकायत (2024 में 24%). 31% ने खाने की गुणवत्ता को लेकर असंतोष जताया. इन आँकड़ों से साफ है कि एयर इंडिया की सेवाओं में व्यापक गिरावट आई है और यात्रियों का भरोसा कमजोर हुआ है.
कुछ मामलों में थोड़ा सुधार भी
हालांकि कुछ क्षेत्रों में मामूली सुधार देखा गया. समय पर उड़ान भरने से जुड़ी शिकायतें अब 69% से घटकर 46% हो गई हैं. स्टाफ के व्यवहार को लेकर नाराज़गी 38% से घटकर 31% पर आ गई है.
DGCA की सख्ती: तीन अधिकारी निलंबित
AI171 हादसे की गंभीरता को देखते हुए नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने जांच तेज़ कर दी है. 22 जून को तीन वरिष्ठ अधिकारियों को क्रू शेड्यूलिंग में लापरवाही के लिए निलंबित किया गया है. DGCA ने सख्त चेतावनी दी है कि आगे कोई भी गंभीर चूक एयरलाइन के लाइसेंस को रद्द करने की नौबत ला सकती है.
सरकार से की गई उच्च स्तरीय समिति की मांग
सर्वे में हिस्सा लेने वाले यात्रियों ने सुझाव दिया है कि सरकार को DGCA और CCPA (सेंट्रल कंज्यूमर प्रोटेक्शन अथॉरिटी) के साथ मिलकर एक हाई-लेवल कमेटी का गठन करना चाहिए. इसका उद्देश्य यात्रियों की समस्याओं का समाधान निकालना और एयरलाइंस की सेवाओं के मानक सुधारना होना चाहिए.
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