नई दिल्ली: हाल ही में भारत द्वारा संचालित ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के रणनीतिक और सटीक निष्पादन के बाद घरेलू रक्षा क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव देखने को मिल रहे हैं. भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा "मेड इन इंडिया" रक्षा उपकरणों और आत्मनिर्भरता पर दिए गए जोर का सीधा असर देश के डिफेंस सेक्टर में दिखाई देने लगा है, जहां शेयर बाजार में भारतीय रक्षा कंपनियों के शेयरों में उल्लेखनीय उछाल देखा गया.
डिफेंस स्टॉक्स में भारत की मजबूती
भारत की प्रमुख रक्षा कंपनियों जैसे हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL), भारत डायनेमिक्स लिमिटेड (BDL), और भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL) के शेयरों में आज विशेष तेजी देखी गई. BDL के शेयरों में लगभग 7.8% की बढ़ोतरी हुई, जबकि HAL और BEL के शेयरों में 4% से अधिक की वृद्धि दर्ज की गई.
इसके अतिरिक्त जेन टेक्नोलॉजीज, डाटा पैटर्न्स (इंडिया) लिमिटेड, एस्ट्रा माइक्रोवेव, पारस डिफेंस एंड स्पेस टेक्नोलॉजीज, और आइडियाफोर्ज टेक्नोलॉजीज जैसी उभरती डिफेंस कंपनियों के शेयरों में भी सकारात्मक रुझान देखा गया.
ऑपरेशन सिंदूर पर पीएम मोदी का संदेश
'ऑपरेशन सिंदूर' भारत की आतंकवाद के खिलाफ नई रणनीति का एक स्पष्ट उदाहरण है. यह ऑपरेशन उस समय लॉन्च किया गया जब जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान और पाक-अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया.
प्रधानमंत्री मोदी ने इस अभियान के बाद कहा, "भारत अब न्यूक्लियर ब्लैकमेलिंग नहीं सहेगा. आतंकवाद के खिलाफ हमारी नीति स्पष्ट है — जवाब निर्णायक और सटीक होगा." उन्होंने 'ऑपरेशन सिंदूर' को "न्यू नॉर्मल" की संज्ञा दी, यह स्पष्ट करते हुए कि भारत अब रक्षात्मक नहीं, सक्रिय नीति अपना रहा है.
चीन के रक्षा क्षेत्र को झटका
वहीं दूसरी ओर, चीनी रक्षा कंपनियों के स्टॉक्स में गिरावट दर्ज की गई. चाइना स्टेट शिपबिल्डिंग कॉरपोरेशन, एविक चेंगदू एयरक्राफ्ट कंपनी, चाइना एवियोनिक्स सिस्टम्स और झुझोऊ होंगडा इलेक्ट्रॉनिक्स जैसी कंपनियों के शेयरों में 1.9% से लेकर 9% तक की गिरावट देखी गई.
विश्लेषकों का मानना है कि पाकिस्तान द्वारा चीन से खरीदे गए रक्षा उपकरणों की युद्ध स्थितियों में प्रदर्शन अपेक्षा के अनुरूप नहीं रहा. रिपोर्ट्स के अनुसार, पाकिस्तान की सेना के हथियारों का 80% से अधिक हिस्सा चीन से आता है, लेकिन हालिया संघर्ष में उनका प्रभाव सीमित रहा.
डिफेंस सेक्टर में आत्मनिर्भरता का प्रभाव
भारत सरकार द्वारा ‘मेक इन इंडिया’ अभियान के तहत रक्षा उपकरणों के स्वदेशी उत्पादन को बढ़ावा देने से न केवल सामरिक आत्मनिर्भरता बढ़ रही है, बल्कि यह भारतीय अर्थव्यवस्था और तकनीकी नवाचार के लिए भी लाभकारी साबित हो रही है.
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में यह स्पष्ट किया कि भारत को न केवल सैन्य उपकरणों में आत्मनिर्भर बनना है, बल्कि स्वदेशी तकनीक और रक्षा नवाचार को भी वैश्विक मानकों तक पहुंचाना होगा.
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