मुंबई: बॉलीवुड के चर्चित गायक अभिजीत भट्टाचार्य एक बार फिर अपने विवादास्पद बयानों को लेकर सुर्खियों में हैं. इस बार उन्होंने महात्मा गांधी को लेकर ऐसा बयान दे दिया है, जिसने न केवल सोशल मीडिया बल्कि राजनीतिक हलकों में भी बहस छेड़ दी है. उन्होंने भारत माता और राष्ट्रपिता के संबोधन को लेकर सवाल खड़े करते हुए गांधीजी की तस्वीर की जगह भारत माता की छवि भारतीय करेंसी पर छापने की मांग की.
भारत माता की जय बोलते हैं, तो पिता कहां से आए?
शुभांकर मिश्रा के साथ बातचीत के दौरान सिंगर ने यह बयान जारी किया है. उन्होंने कहा कि “बचपन से हम भारत माता की जय बोलते आ रहे हैं. भारत हमारे लिए मां है, यह हमारी संस्कृति है. ऐसे में ‘राष्ट्रपिता’ कहां से आ गए? ये अचानक ‘पिता’ शब्द कहां से जुड़ गया, समझ नहीं आता.” उन्होंने यह भी कहा कि भारत दुनिया की सबसे पुरानी सभ्यता है और “शायद जब दुनिया का अस्तित्व भी नहीं था, तब भारत था.” उन्होंने भारत की प्राचीनता का उल्लेख करते हुए वेदों, पुराणों और खगोल विज्ञान तक को उदाहरण के रूप में रखा.
नोटों पर भारत माता की तस्वीर होनी चाहिए
अभिजीत ने भारतीय करेंसी को लेकर भी अपनी राय दी. “हमारी करेंसी पर भारत माता की तस्वीर होनी चाहिए. किसी पिता की नहीं. यही सही तरीका है, तभी हमारी अर्थव्यवस्था आगे बढ़ेगी. करेंसी पर भारत माता की छवि लगाना ज़रूरी है.” जब उनसे यह सवाल किया गया कि क्या महात्मा गांधी उनके लिए राष्ट्रपिता नहीं हैं, तो उन्होंने कहा,
“मुझे नहीं पता. हो सकता है, वो गोद लिए हुए पिता हों.”
पहले भी गांधीजी पर दे चुके हैं विवादित बयान यह पहली बार नहीं है जब अभिजीत ने महात्मा गांधी को लेकर विवादित टिप्पणी की हो. जनवरी 2024 में भी उन्होंने एक इंटरव्यू के दौरान गांधीजी को पाकिस्तान का राष्ट्रपिता कहकर संबोधित किया था. उस समय भी उनकी टिप्पणी को लेकर कड़ा विरोध हुआ था और उनके खिलाफ कानूनी नोटिस भी जारी किया गया था.
पंचम दा, महात्मा गांधी से बड़े राष्ट्रपिता थे
एक अन्य बातचीत में जब उनसे म्यूजिक डायरेक्टर आर.डी. बर्मन (पंचम दा) के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा, अगर लोग उन्हें नहीं जानते तो यह हमारी जिम्मेदारी है कि उन्हें बताया जाए. अगर महात्मा गांधी को राष्ट्रपिता कह सकते हैं, तो पंचम दा म्यूजिक के राष्ट्रपिता थे. गांधी जी पाकिस्तान के राष्ट्रपिता हो सकते हैं, भारत के नहीं. उन्होंने आगे यह भी कहा कि गांधी जी को भारत का राष्ट्रपिता 'गलती से' बना दिया गया.
बयान के बाद तीखी प्रतिक्रियाएं
अभिजीत भट्टाचार्य के इन बयानों पर सोशल मीडिया में मिलीजुली प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है. कुछ यूज़र्स ने इसे अपमानजनक और असंवेदनशील बताया, तो कुछ ने इसे व्यक्तिगत विचार कहकर टालने की कोशिश की. हालांकि, अब यह देखना दिलचस्प होगा कि उनके इस बयान पर राजनीतिक और सामाजिक स्तर पर क्या प्रतिक्रियाएं आती हैं.
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