अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने 7 अप्रैल, 2025 को मुंबई आतंकी हमले के आरोपी तहव्वुर राणा की भारत प्रत्यर्पण पर रोक लगाने की याचिका को खारिज कर दिया है. इस फैसले से अब तहव्वुर राणा को भारत लाने का रास्ता साफ हो गया है.
तहव्वुर राणा की वर्तमान स्थिति
तहव्वुर राणा, जो पाकिस्तानी मूल का कनाडाई नागरिक है, अभी लॉस एंजिलिस के मेट्रोपॉलिटन डिटेंशन सेंटर में बंद है. वह 27 फरवरी को अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट की एसोसिएट जस्टिस एलेना कागन के सामने बदी प्रत्यक्षीकरण याचिका पर रोक लगाने के लिए आपातकालीन आवेदन प्रस्तुत कर चुका था. पहले इस आवेदन को कागन ने अस्वीकार कर दिया था. फिर राणा ने अपना आवेदन नवीनीकरण करने की कोशिश की और उसे प्रधान न्यायाधीश रॉबर्ट्स के पास भेजने की मांग की. सुप्रीम कोर्ट ने 4 अप्रैल 2025 को इस आवेदन पर चर्चा की और बाद में 7 अप्रैल को इसे खारिज कर दिया.
तहव्वुर राणा के आरोप
तहव्वुर राणा ने अपनी याचिका में भारत पर कई आरोप लगाए थे. उसने ह्यूमन राइट्स वॉच 2023 की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा था कि भारत में बीजेपी सरकार धार्मिक अल्पसंख्यकों विशेष रूप से मुसलमानों के साथ भेदभाव करती है. राणा ने यह भी कहा कि वह भारत में पाकिस्तानी मूल का मुस्लिम होने के कारण वहां प्रताड़ित हो सकता है.
अमेरिका का फैसला
पिछले महीने, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की थी कि अमेरिका ने तहव्वुर राणा को भारत को प्रत्यर्पित करने की मंजूरी दे दी है. यह घोषणा उस समय की गई थी जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका के दौरे पर थे.अब, अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद, राणा को भारत लाए जाने का रास्ता साफ हो गया है.