नई दिल्ली: वैश्विक स्मार्टफोन बाजार में भारत की भूमिका लगातार सशक्त होती जा रही है. ताज़ा आंकड़ों के अनुसार, 2025 की पहली छमाही (जनवरी से जून) के बीच भारत में 2.39 करोड़ iPhone बनाए गए. यह संख्या पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 52% अधिक है.
मार्केट रिसर्च फर्म Canalys और CyberMedia Research की रिपोर्टों के अनुसार, अब भारत से अमेरिका को होने वाले iPhone निर्यात में चीन को पीछे छोड़ दिया गया है, जो भारत की विनिर्माण क्षमताओं और वैश्विक सप्लाई चेन में उसके उभरते महत्व को दर्शाता है.
भारत से iPhone एक्सपोर्ट में तेज़ उछाल
जनवरी-जून 2025 के बीच भारत से 22.88 मिलियन यूनिट iPhone एक्सपोर्ट हुए, जो लगभग 1.94 लाख करोड़ रुपये के मूल्य के बराबर है.
पिछले साल यही आंकड़ा था 1.26 लाख करोड़ रुपये, जो भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग में उल्लेखनीय वृद्धि को दर्शाता है.
सिर्फ अप्रैल 2025 में, भारत से अमेरिका को 33 लाख iPhones निर्यात किए गए, जबकि चीन से केवल 9 लाख.
भारत में बने 78% iPhones अब अमेरिका में बेचे जा रहे हैं, जबकि 2024 में यह संख्या 53% थी.
ट्रंप की चेतावनी और व्यापारिक दबाव
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मई 2025 में एपल को चेतावनी दी थी कि यदि कंपनी अपने iPhones अमेरिका में नहीं बनाएगी तो उस पर 25% तक टैरिफ लगाया जा सकता है.
ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर लिखा, "iPhone जो अमेरिका में बिकेगा, वह अमेरिका में बना होना चाहिए, न कि भारत या किसी अन्य देश में. यदि ऐसा नहीं होता है, तो एपल को 25% टैरिफ देना होगा."
उन्होंने कहा कि भारत में निर्माण से अमेरिका में नौकरियों पर असर पड़ेगा, और उन्होंने एपल को प्रोडक्शन अमेरिका में शिफ्ट करने के लिए प्रोत्साहित किया.
Apple भारत में प्रोडक्शन क्यों बढ़ा रहा है?
1. सप्लाई चेन डायवर्सिफिकेशन
चीन पर अधिक निर्भरता, कोविड लॉकडाउन और अमेरिकी-चीन व्यापार तनावों के कारण Apple अब 'चाइना 1' रणनीति अपना रहा है. भारत एक भरोसेमंद विकल्प बनकर उभरा है.
2. सरकारी प्रोत्साहन योजनाएं
भारत सरकार की PLI (Production Linked Incentive) स्कीम और Make in India पहल ने Foxconn, Tata और Pegatron जैसी कंपनियों को भारत में मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित किया है.
3. स्थानीय बाज़ार की वृद्धि
भारत अब दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते स्मार्टफोन बाजारों में से एक है. यहां Apple की हिस्सेदारी लगभग 6-7% है, और लोकल मैन्युफैक्चरिंग से लागत और लॉजिस्टिक्स में कटौती होती है.
4. निर्यात की संभावनाएं
Apple भारत में बने करीब 70% iPhones को एक्सपोर्ट करता है, जिससे कंपनी को चीन की तुलना में बेहतर ट्रेड टर्म्स और कम टैरिफ का लाभ मिलता है.
5. स्किल डेवलपमेंट और इन्फ्रास्ट्रक्चर
Apple के पार्टनर्स जैसे Foxconn भारत में 2.7 बिलियन डॉलर (₹23,139 करोड़) का निवेश कर रहे हैं. स्थानीय कर्मचारियों को ट्रेनिंग देकर मैन्युफैक्चरिंग स्टैंडर्ड्स में सुधार लाया जा रहा है.
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