जयपुर के 2 बुजुर्गों में HMPV मामले सामने आए, पड़ोसी राज्य हरियाणा के जिलों में अलर्ट

सवाई मान सिंह मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल दीपक माहेश्वरी ने कहा- 2 मामले हैं - एक 70 वर्षीय और एक 50 वर्षीय. दोनों रोगियों की हालत अब स्थिर है. उन्हें अलग-अलग रखा गया है.

जयपुर के 2 बुजुर्गों में HMPV मामले सामने आए, पड़ोसी राज्य हरियाणा के जिलों में अलर्ट
राजस्थान के सवाई मान सिंह मेडिकल कॉलेज की प्रिंसिपल मामले की जानकारी देते हुए | Photo- ANI के वीडियो से ग्रैब्ड.

जयपुर (राजस्थान) : जयपुर में मानव मेटान्यूमोवायरस (HMPV) के 2 पॉजिटिव मामले सामने आए हैं, दोनों वरिष्ठ नागरिकों की हालत अब स्थिर है. गुरुवार को अस्पताल के अधिकारियों द्वारा दिए गए एक बयान में, जयपुर के सवाई मान सिंह अस्पताल में भर्ती एक पुरुष और एक महिला को एचएमपीवी पॉजिटिव पाया गया.

लेकिन उपचार के बाद वे ठीक हो रहे हैं और अब उनकी हालत स्थिर है.

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मेडिकल कॉलेज की प्रिंसिपल ने दी ये जानकारी

सवाई मान सिंह मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल दीपक माहेश्वरी ने डिटेल्स साझा करते हुए कहा, "2 मामले हैं - एक 70 वर्षीय और एक 50 वर्षीय. दोनों रोगियों की हालत अब स्थिर है. उन्हें अलग-अलग रखा गया है."

"मरीजों में सर्दी, खांसी और बुखार जैसे लक्षण हैं, साथ ही फ्लू जैसा लक्षण भी है. चूंकि हम सभी कोविड के समय से ही एहतियात बरत रहे हैं, इसलिए मरीजों को मास्क का इस्तेमाल करना चाहिए और दूरी बनाए रखनी चाहिए."

पड़ोसी राज्य हरियाणा के जिलों घोषित है अलर्ट

इससे पहले, एचएमपीवी को लेकर बढ़ती चिंता के बीच, पड़ोसी राज्य हरियाणा की स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव ने लोगों को आश्वासन दिया कि स्थिति को संभालने के लिए तैयार हैं और कहा कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है.

राव ने से कहा, "हम तैयार हैं. सभी जिलों को अलर्ट रहने के लिए सूचित किया गया है. मैं अनुरोध करना चाहती हूं कि लोगों को घबराना नहीं चाहिए. यह वायरस फैल सकता है, लेकिन यह खतरनाक नहीं है. इसका इलाज किया जा सकता है."

लोगों को यह एहतियात बरतने के दिए गए हैं निर्देश

उन्होंने लोगों से सर्दियों के मौसम में फिट रहने का भी आग्रह किया. उन्होंने कहा, "चूंकि अब सर्दी है, इसलिए अधिक लोगों को निमोनिया होने की संभावना है, इसलिए मैं सभी से अनुरोध करती हूं कि यदि उनमें कोई लक्षण दिखाई दे तो वे बलगम की जांच कराएं. उन्हें अपने हाथ भी साफ रखने चाहिए, जैसा कि हमने कोविड-19 के दौरान किया था."

9 जनवरी को, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने उत्तरी गोलार्ध में एचएमपीवी समेत तेज सांस के संक्रमण में तेजी सूचना दी और कहा कि संक्रमण की दर सामान्य मौसम के अनुरूप होती है.

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