महादेव हो सकते हैं क्रोधित, महाशिवरात्रि के दिन भूलकर भी ना करें ये गलतियां; अभी देख लें ये नियम

महाशिवरात्रि का पर्व भगवान शिव की भक्ति और उनके प्रति श्रद्धा का प्रतीक है, लेकिन यह भी माना जाता है कि इस दिन कुछ गलतियां करने से महादेव क्रोधित हो सकते हैं.

Mahadev can get angry do not commit these mistakes on Mahashivratri
महाशिवरात्रि | Photo: Grok AI

महाशिवरात्रि का पर्व भगवान शिव की भक्ति और उनके प्रति श्रद्धा का प्रतीक है, लेकिन यह भी माना जाता है कि इस दिन कुछ गलतियां करने से महादेव क्रोधित हो सकते हैं. फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाए जाने वाले इस पर्व में व्रत और पूजा के नियमों का विशेष ध्यान रखना जरूरी है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, यदि भक्त इन नियमों का उल्लंघन करते हैं, तो उन्हें शिव जी के कोप का सामना करना पड़ सकता है. आइए जानते हैं कि महाशिवरात्रि पर किन बातों से बचना चाहिए, जिससे महादेव का क्रोध न भड़के.

महादेव को क्रोधित करने वाली गलतियां

  • व्रत नियमों का पालन न करना: महाशिवरात्रि का व्रत विधिपूर्वक करना चाहिए. यदि भक्त व्रत के दौरान अन्न, नमक, लहसुन, प्याज, मांस या मदिरा का सेवन करते हैं, तो यह शिव जी को नाराज कर सकता है. ऐसा करने से व्रत टूट जाता है और इसका पुण्य नष्ट हो जाता है.
  • शिवलिंग का अपमान: शिवलिंग पर अभिषेक करते समय गंदे पानी या अशुद्ध सामग्री का प्रयोग करना महादेव के प्रति अनादर माना जाता है. साथ ही, बिना स्नान किए या अशुद्ध मन से पूजा करना भी उनकी नाराजगी का कारण बन सकता है.
  • बेलपत्र को गलत तरीके से चढ़ाना: बेलपत्र भगवान शिव को अति प्रिय है, लेकिन इसे चढ़ाते समय ध्यान रखें कि यह फटा या कीड़े से खाया हुआ न हो. इसे उल्टा चढ़ाना भी अपमानजनक माना जाता है.
  • रात्रि जागरण न करना: महाशिवरात्रि की रात को "शिवरात्रि" इसलिए कहा जाता है क्योंकि इस रात जागरण और भक्ति में लीन रहना जरूरी है. यदि भक्त सो जाते हैं या इस रात को सामान्य दिन की तरह बिताते हैं, तो यह शिव जी को अप्रसन्न कर सकता है.
  • झूठ बोलना या नकारात्मक व्यवहार: इस दिन सत्य, संयम और शुद्धता का पालन करना चाहिए. झूठ बोलना, क्रोध करना, या किसी का अपमान करना महादेव के सौम्य स्वरूप के विपरीत है और उनके क्रोध को आमंत्रित कर सकता है.
  • पूजा में लापरवाही: शिवलिंग पर जल, दूध, या अन्य सामग्री चढ़ाने के बाद उसे साफ न करना या पूजा को अधूरा छोड़ देना भी गलत माना जाता है. इससे महादेव की नाराजगी हो सकती है.

महादेव को प्रसन्न कैसे करें?

महाशिवरात्रि पर महादेव के क्रोध से बचने के लिए भक्ति और नियमों का पालन करें. सुबह स्नान कर स्वच्छ वस्त्र पहनें और शिवलिंग पर दूध, दही, शहद, और गंगाजल से अभिषेक करें. "ॐ नमः शिवाय" मंत्र का जाप करें और बेलपत्र, धतूरा, और फूल अर्पित करें. रात में जागरण करें और भजन-कीर्तन में भाग लें. व्रत में सात्विक भोजन जैसे फल, दूध, साबूदाना खिचड़ी, या कुट्टू की पूरी का सेवन करें. किसी भी चीज को ग्रहण करने से पहले उसे शिव जी को भोग लगाएं.

महाशिवरात्रि भगवान शिव के आशीर्वाद और कृपा पाने का विशेष अवसर है, लेकिन इसके लिए श्रद्धा और नियमों का पालन जरूरी है. यह माना जाता है कि महादेव सौम्य और दयालु हैं, लेकिन उनकी पूजा में लापरवाही या नियमों का उल्लंघन उनके क्रोध का कारण बन सकता है. इसलिए इस पर्व को पूरी निष्ठा, शुद्धता और भक्ति के साथ मनाएं, ताकि महादेव प्रसन्न हों और आप पर अपनी कृपा बनाए रखें.

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