नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने बुधवार को 10,000 नवगठित बहुउद्देशीय प्राथमिक कृषि ऋण समितियों (PACS), डेयरी और मत्स्य पालन सहकारी समितियों का उद्घाटन किया.
उन्होंने हर पंचायत में सहकारिता के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि प्राथमिक सहकारी समितियां देश के त्रिस्तरीय सहकारी ढांचे को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि ये PACS बहुआयामी होंगी, जो पारंपरिक बैंकिंग और ऋण से परे कई तरह की सेवाएं प्रदान करेंगी.
'2 लाख PAC का गठन किया जाएगा'
अमित शाह ने यहां सहकारिता के राष्ट्रीय सम्मेलन में बोलते हुए कहा, "सहकारिता को हर पंचायत में किसी न किसी रूप में काम करना चाहिए और अगर कोई हमारे देश के त्रिस्तरीय सहकारी ढांचे को सबसे अधिक मजबूती दे सकता है, तो वह हमारी प्राथमिक सहकारी समितियां हो सकती हैं और इसलिए हमने पहला निर्णय लिया कि 2 लाख PAC का गठन किया जाएगा." उन्होंने कहा कि सरकार ने PACS को बहुआयामी बनाते हुए कई सुविधाएं दी हैं. हमने PACS को बहुआयामी बनाया. उन्हें भंडारण से जोड़ा, उन्हें गैस वितरण से जोड़ा, उन्हें खाद वितरण से जोड़ा, उन्हें जल वितरण से जोड़ा, वे सामुदायिक सेवा केंद्र भी बन गए, रेलवे बुकिंग भी यहीं से की जा सकती है, एयरलाइन बुकिंग भी गांव से ही की जा सकती है और हमने PACS को कई सुविधाएं दी हैं.
बंद हो चुकी PACS को समाप्त करने के लिए SOP जारी
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने बंद हो चुकी PACS को समाप्त करने के लिए एक मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) जारी की है.
अमित शाह ने कहा, "बंद हो चुकी PACS को समाप्त करने के लिए हमने एक SOP जारी की है. हम जानते हैं कि अगर एक गांव में एक PAC है तो दूसरी नहीं बनाई जा सकती. इस SOP के जरिए 15,000 गांवों में नई PACS खोली जाएंगी."
अमित शाह ने नवगठित सहकारी समितियों को पंजीकरण प्रमाण पत्र, RuPay किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) और माइक्रो ATM भी वितरित किए. ये वित्तीय उपकरण पंचायतों में ऋण सेवाओं तक आसान पहुंच प्रदान करने और वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने के लिए डिजाइन किए गए हैं, जिससे ग्रामीण आबादी विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित हो सके और देश की आर्थिक प्रगति में भाग ले सके.
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