अमृतसरः अमेरिका लगातार अवैध प्रवासियों को अपने देश से वापस भेज रहा है, जिनमें भारतीय भी शामिल हैं. हाल ही में, बड़ी संख्या में भारतीय नागरिकों को अमेरिकी अधिकारियों द्वारा भारत भेजा गया है. इस प्रक्रिया के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद निर्वासन जारी है.
हालिया निर्वासन उड़ानों में, भारतीय नागरिकों को कथित तौर पर हथकड़ी और बेड़ियों में जकड़ा गया था, जिसे विभिन्न स्थानों से आलोचना का सामना करना पड़ा है.
पुलिस ने हिरासत में लिया
इसके अलावा, दो ऐसे युवक, जिन्हें अमेरिका से निर्वासित किया गया था, पंजाब के राजपुरा पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है. उनके खिलाफ भारत में एक हत्या का मामला चल रहा था. तीसरी खेप के निर्वासितों का आगमन आज होने की उम्मीद है.
शनिवार रात, अमेरिकी सैन्य विमान से 104 अवैध प्रवासियों का पहला जत्था भेजा गया था, जबकि दूसरे बैच में 116 लोग शामिल थे. तीसरी उड़ान में 157 लोग होंगे, जो आज रात लगभग मध्यरात्रि को अमृतसर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरने वाली है.
18,000 भारतीय नागरिकों की पहचान
निर्वासित किए गए अधिकांश लोग गुजरात से हैं. 5 फरवरी को उतरे पहले बैच में 104 अवैध प्रवासी थे. इनमें से 33 हरियाणा से, 33 गुजरात से और 30 पंजाब से थे. रिपोर्टों के अनुसार, भारत और अमेरिका ने लगभग 18,000 भारतीय नागरिकों की पहचान की है, जो अमेरिका में अवैध रूप से प्रवेश कर चुके थे. इसके परिणामस्वरूप भविष्य में अधिक उड़ानों के आने की संभावना है, जो निर्वासन की प्रक्रिया को जारी रखेंगी.
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