Hindus population in EAC study
नई दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी के नेशनल इन्फॉर्मेशन एंड टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट के प्रभारी अमित मालवीय ने बुधवार को प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद (ईएसी-पीएम) की रिपोर्ट को लेकर कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि यदि देश को कांग्रेस के हवाले छोड़ दिया गया तो हिंदुओं के लिए कोई देश नहीं बचेगा.
वहीं ईएसी की रिपोर्ट के मुताबिक ईसाइयों, सिखों और बौद्धों की आबादी बढ़ी है. जबकि जैनियों की आबादी में घटी है. पारसियों की जनसंख्या में भारी गिरावट है.
अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर अमित मालवीय ने लिखा, "1950 और 2015 के बीच हिंदुओं की जनसंख्या में हिस्सेदारी 7.8% कम हो गई. मुस्लिम आबादी 43% बढ़ गई. कांग्रेस के दशकों के शासन ने हमारे साथ यही किया है. इसे उनके हवाले कर दिया जाए तो कोई हिंदुओं का कोई देश नहीं बचेगा."
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने इससे जुड़े सवाल पर कसा तंज
वहीं कांग्रेस नेता और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी ने रायबरेली में एक पत्रकार इसको लेकर सवाल पूछे जाने उस पर तंज कसते हुए प्रतिक्रिया दी है.
#WATCH | Raebareli, Uttar Pradesh: A study by the Economic Advisory Council to the Prime Minister (EAC-PM) reveals that the population share of Hindus fell by 7.81 percent between 1950 and 2015 while the share of minorities increased.
— ANI (@ANI) May 9, 2024
Congress General Secretary Priyanka Gandhi… pic.twitter.com/6WyoZuW0F4
उन्होंने कहा, "ये सवाल कहां से आया आपके पास? ऑफिस की तरफ से न? ऑफिस को बोलो प्रियंका जी पूछ रही हैं इसे किसने भेजा उन्हें." साथ में ये सवाल पीएमओ से आया है, इसको लेकर वीडियो में किसी की आवाज आती है और लोग हंसने लगते हैं.
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ईएसी की रिपोर्ट- मुस्लिमों की आबादी बढ़ी, हिंदुओं की घटी
अमित मालवीय की यह टिप्पणी ईएसी की उस रिपोर्ट के बीच आई है जिसमें कहा गया है कि भारत में 1950 से 2015 के बीच बहुसंख्यक हिंदू आबादी की हिस्सेदारी में 7.82 फीसदी (84.68 फीसदी से 78.06 फीसदी) की कमी आई है, जबकि मुस्लिमों की जनसंख्या में हिस्सेदारी 1950 में 9.84 प्रतिशत थी, 2015 में बढ़कर 14.09 प्रतिशत हो गई - उनकी हिस्सेदारी में 43.15 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.
UP के डिप्टी CM ने कांग्रेस के तुष्टीकरण को ठहराया जिम्मेदार, UCC को बताया जरूरी
इस बीच, उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी हिंदू आबादी में कमी के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया और दावा किया कि पार्टी की मुस्लिम तुष्टीकरण की राजनीति के कारण मुस्लिम ये आबादी बढ़ी है.
केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, "यह चिंता का विषय है और जनसंख्या में यह असंतुलन - मुस्लिम आबादी में वृद्धि और हिंदू आबादी में गिरावट, कांग्रेस के मुस्लिम तुष्टीकरण के कारण हुआ है."
मौर्य ने आगे कहा, "कांग्रेस पार्टी ने मुस्लिम लीग की तरह काम किया है और इसलिए, देश में जनसंख्या में असंतुलन हुआ है. इसीलिए, देश को समान नागरिक संहिता (UCC) की जरूरत है... हिंदुओं की तरह, मुस्लिम भी केवल एक ही व्यक्ति से शादी करें. 'ये नहीं कि हम 5 और हमारे 25 के फॉर्मूले से संतुलन बिगड़े' और फिर देश में दूसरे पाकिस्तान की मांग उठे, ऐसी चीजों को रोकने के लिए समान नागरिक संहिता जरूरी है.'
ईसाई, सिख, बौद्ध बढ़े, जैनी घटे, पारसियों की आबादी में भारी गिरावट
ईएसी रिपोर्ट के अनुसार, ईसाई आबादी का हिस्सा 2.24 प्रतिशत से बढ़कर 2.36 प्रतिशत हो गया है. इसमें 1950 और 2015 के बीच 5.38 प्रतिशत की वृद्धि है. सिख आबादी का हिस्सा 1950 में 1.24 प्रतिशत से बढ़कर 2015 में 1.85 प्रतिशत हो गया - उनके हिस्से में 6.58 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. यहां तक कि बौद्ध आबादी की हिस्सेदारी में भी उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई, जो 1950 में 0.05 प्रतिशत से बढ़कर 0.81 प्रतिशत हो गई.
दूसरी ओर, भारत की जनसंख्या में जैनियों की हिस्सेदारी 1950 में 0.45 प्रतिशत से घटकर 2015 में 0.36 प्रतिशत हो गई है. भारत में पारसी आबादी की हिस्सेदारी में 85 प्रतिशत की भारी गिरावट देखी गई, जो 0.03 प्रतिशत से कम हो गई. जो कि 1950 से 2015 में 0.004 प्रतिशत है.
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