कुछ लोगों की पीड़ा समझ सकता हूं कि लगातार झूठ चलाने के बाद भी उनकी घोर पराजय हुई है : PM Modi

    प्रधानमंत्री ने आज लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण के प्रति आभार जताया. अपने भाषण को आगे बढ़ते हुए उन्होंंने विपक्ष को निशाने पर लिया. 

    कुछ लोगों की पीड़ा समझ सकता हूं कि लगातार झूठ चलाने के बाद भी उनकी घोर पराजय हुई है : PM Modi
    लोकसभा में पीएम मोदी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर अपनी बात रखते हुए | Sansad TV

    नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर अपनी बात रखी. इस दौरान उन्होंने विपक्ष को जमकर निशाने पर लिया और तीसरी अपनी सरकार बनने पर आभार जाताया.

    वहीं इससे पहले राष्ट्रपति के भाषण के प्रति आभार व्यक्त करने के लिए उपस्थित हुआ हूं. राष्ट्रपति ने अहम विषय उठाए हैं. उन्होंने हम सब का और देश का मार्गदर्शन किया है. इसके लिए मैं राष्ट्रपति का आभार प्रकट करता हूं.   

    कुछ लोगों की पीड़ा समझ सकता हूं : पीएम मोदी

    पीएम मोदी ने कहा, "कुछ लोगों की मैं पीड़ा समझ सकता हूं कि लगातार झूठ चलाने के बाद भी उनकी घोर पराजय हुई. पीएम मोदी के विपक्ष पर निशाना साधने के दौरान विपक्ष ने हंगामा करना शुरू कर दिया. इसके बाद पीएम ने अपना भाषण रोक दिया. ओम बिरला ने विपक्षी सांसदों को शांत रहने को कहा. उन्होंने कहा कि आपको हमने पूरा मौका दिया, लेकिन आपका शोर मचाना उचित नहीं है."

    उन्होंने कहा कि कल और आज कई सदस्यों ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर अपने विचार प्रकट किए हैं. पीएम ने कहा कि जो पहली बार सांसद बनकर हमारे बीच आए हैं. उनमें से जो साथियों ने अपने विचार पेश किए संसद के सभी नियमों का पालन किया. उनका व्यवहार ऐसा था जैसे किसी अनुभवी सांसद का होता है. उन्होंने सदन की गरीमा को बढ़ाते हुए अपने विचारों से इस डिबेट को और भी अधिक मूल्यवान बनाया है. 

    देश ने एक सफल चुनाव को पार करते हुए विश्व को दिखा दिया है कि यह दुनिया का सबसे बड़ा चुनाव अभियान था. देश की जनता ने दुनिया के सबसे बड़े चुनाव अभियान में जनता ने हमें चुना है. प्रधानमंत्री ने इस दौरान विपक्ष पर निशाना साधा.

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    जनता ने हमारा 10 साल का ट्रैक रिकॉर्ड देखा है, हमें तीसरी बार मौका दिया

    प्रधानमंत्री ने कहा, "देश की जनता ने विश्व के सबसे बड़े चुनाव अभियान में देश ने हमें तीसरी बार मौका दिया है. यह बहुत महत्वपूर्ण और गौरवपूर्ण घटना है. हमे हर कसौटी पर कसने के बाद देश ने यह जनादेश दिया है."

    "हमारे 10 साल के ट्रैक रिकॉर्ड देखा है. जनता ने देखा की हमने जो कार्य किया है उसके कारण 10 साल में 25 करोड़ गरीब, गरीबी से बाहर निकले हैं. इतने लोगों को गरीबी से बाहर निकालने में यह चुनाव हमारे लिए आशिर्वाद का कारण बना है." 

    "हम 2014 में जीत कर जब आए थे तब भी हमने कहा था कि हमारा करप्शन के प्रति जीरो टॉलरेंस रहेगा आज मुझे गर्व है कि हमारी देश की सरकार ने जो हमारी नीति है उसके लिए हमें आशीर्वाद दिया. आज दुनियाभर में भारत की साख बड़ी है. विश्व में भारत का गौरव बढ़ा है. एक गौरवपूर्व नजरिया हर भारतवासी अनुभव करता है."

    पीएम ने कहा- हमारा एकमात्र लक्ष्य भारत सर्वप्रथम

    मोदी ने कहा, "हमारा एकमात्र लक्ष्य देश की सेवा, भारत सर्व प्रथम है. हमारी हर नीति हर निर्णय और कार्य का एक ही तराजू रहा है. भारत प्रथम की भावना के साथ देश के जो आवश्य रिफॉर्म थे, उसे भी हमने लगातार जारी रखा है. 10 वर्ष में हमारी सरकार ने सबका साथ, सबका विकास इस मंत्र को लेकर देश के सभी लोगों का कल्याण करने का काम की है." 

    "हम उन सिद्धांतों के लिए समर्पित हैं, जिसमें उच्च विचार को सर्वोपरि रखते हुए देश की सेवा का करने का प्रयास किया जाए. देश ने लंबे समय तक तुष्टीकरण की राजनीति देखी है. हम तुष्टीकरण नहीं, संतुष्टीकरण का विचार लेकर चलते हैं." 

    उन्होंने कहा, "जब हम सैचुरेशन के सिद्धांत पर चलते हैं तो सच्चे अर्थ में सैचुरेशन सामाजिक न्याय होता है. सैचुरेशन सच्चे अर्थ में सेक्युलिरज्म होता है. इसी कारण देश की जनता ने हमें तीसरी बार जिता कर हमारी सरकार पर मुहर लगाई है." 

    "10 साल के हमारे कार्य को देखने परखने के बाद भारत की जनता ने हमारा समर्थन किया है. हमें फिर एक बार 140 करोड़ देशवासियों की सेवा का मौका मिला है."

    उन्होंने कहा कि इस चुनाव ने यह सिद्ध किया है कि भारत की जनता कितनी परिपक्व है. कितने विवेकपूर्ण रूप से और उच्च आदर्श को लेकर अपने विवेक और सद्बुद्धि का उपयोग करती है. उसी का नतीजा है कि देश की जनता के सामने तीसरी बार सेवा के लिए मौजूद हुए हूं.

    देश की जनता ने हमरी नीयत निष्ठा पर विश्वास किया है. इस चुनाव में हम जनता के बीच एक बड़े संकल्प के साथ देश की जनता के पास आशीर्वाद मांगने गए थे. हमने विकसित भारत के निर्माण के लिए आशीर्वाद मांगा था.

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    'विकसित भारत का मतलब, कोटि-कोटि नागरिकों को कोटि-कोटि अवसर'

    पीएम मोदी ने कहा, "विकसित भारत का मतलब होता है कोटि कोटि नागरिकों कोटि कोटि अवसर मिलते हैं. अनेक अवसर उपलब्ध होते हैं. वह अपनी कौशल और क्षमताओं के अनुसार उन्हें प्राप्त कर सकता है."

    उन्होंने कहा, "देशवासियों को विश्वास दिलाता हूं विकसित भारत के जिस संकल्प को लेकर हम चले हैं उस संकल्प की पूर्ति के लिए हम प्रयास निष्ठा और ईमानदारी के साथ करेंगे. हमारे शरीर का कण-कण हम देशवासियों को विकसित भारत के सपने को पूरा करने में लगाएंगे."

    "हमने देश की जनता को कहा था कि 24/7 इस सदन में दोहराता हूं कि हम इस काम को जरूर पूरा करेंगे." 

    मोदी ने कहा- 2014 तक भारत आत्मविश्वास खो चुका था

    मोदी ने कहा, "2014 के उन दिनों को याद करेंगे कि हमारे ध्यान में आयगा कि देश का आत्मविश्वास खो चुका था. 2014 के पहले देश ने जो सबसे बड़ा नुकसान भुगता था वो था देश का आत्मविश्वास. जब विश्वास और आत्मविश्वास खो जाता है, उस देश का खड़ा होना मुश्किल हो जाता है. उस समय देश के लोगों की जनता यही कहती थी कि इस देश का कुछ नहीं हो सकता था. यह शब्द पहले सुनाई देते थे. भारतीयों की हताशा के यह शब्द पहचान बन गए थे. उस समय अखबार खोलने पर केवल घोटालों की खबरे मिलती थीं."

    सैंकड़ों करोड़ों के घोटाले, रोज नए घोटाले, घोटालों से घोटालों की स्पर्धा हो रही थी. यह घोटालेबाजी काल खणड था और बेशर्मी के साथ इसे सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया जाता था.

    पीएम मोदी ने कहा, "घोटाले ने देश को निराशा की गर्त में बिखेर दिया था. भाई और भतीजा फैला हुआ था. सामान्य व्यक्ति आशा छोड़ चुका था. अगर कोई सिफारिश वाला नहीं है तो जिंदगी अटक जाएगी ऐसी स्थिति थी. गरीब को घर लेना हो तो हजारों रुपये की रिश्वत देने पड़ती थी. 

    गैस कनेक्शन के लिए मेंबर पार्लियामेंट और सांसदं के यहां अच्छे-अच्छों को चक्कर काटने पड़ते थे. बिना कट लिए गैस कनेक्शन नहीं मिलते थे. 

    मुफ्त राशन को लेकर कहा- हफ्तेभर नहीं मिलता था

    मुफ्त राशन को लेकर पीएम ने कहा कि हफ्ता राशन नहीं मिलता था. उसके लिए भी रिश्वत देना पड़ता था. जनता इतना निराश थी की अपने भाग्य को दोष देकर अपने नसीब को दोष देकर जिंदगी काटने के लिए मजबूर थे.

    प्रधानमंत्री ने कहा कि देश की जनता ने हमें सेवा का मौका दिया और वो पल देश के परिवर्तित युग का प्रारंभ हो चुका है. मेरी सरकार की अनेक सफलताएं और सिद्धियां हैं. आज देश निराशा की गर्त से निकलकर आशा और विश्वास के साथ खड़ा हुआ. देश आत्मविश्वास बुलंदियों पर पहुंचा है. 

    धीरे-धीरे देश के मन में स्थिर हो गया जो पहले कहते थे कि कुछ नहीं होता अब कहते है कि इस देश में सब कुछ हो सकता है, यह विश्वास जगाने का काम हमने किया. 

    सबसे पहले 5जी रोलआउट कर हमने दिखाया देश गौरव से कहने लगा कि भारत कुछ भी कर सकता है.

    कोयला घोटाले को बनाया अपना मुद्दा

    पीएम ने कहा कि कोयला घोटाले जैसे बड़े-बड़े घोटाले हो चुके थे. आज कोल प्रोडक्शन बढ़ चुका है. इसलिए आज देश कहने लगा है कि आज भारत कुछ भी कर सकता है. वो एक समय था कि जब फोन बैंकिंग करके बड़े बड़े बैंक घोटाले किए जा रहे थे अपनी पर्सनल प्रॉपर्टी की तरह बैंक का खजाना लूटा गया था.

    2014 के बाद नीतियों निर्णय में परिवर्तन इसका परिणाम है आज दुनिया की अच्छी बैंकों में भारत की बैंको का स्थान बन गया. आज भारत की बैंक सर्वाधिक मुनाफे वाली बैंक बन गई हैं.

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