UP की सभी 80 सीटें जीत जाऊं तो भी EVM पर भरोसा नहीं, INDIA गठबंधन की सरकार आने पर इसे हटाएंगे : अखिलेश

    अखिलेश ने कहा- मैंने चुनाव में कहा था कि ईवीएम से जीतकर ईवीएम हटाने का काम करेंगे, ना ईवीएम का मुद्दा मरा है, ना मरेगा, जब तक ये नहीं हटेगी, हम समाजवादी लोग इस मुद्दे पर अडिग रहेंगे.

    UP की सभी 80 सीटें जीत जाऊं तो भी EVM पर भरोसा नहीं, INDIA गठबंधन की सरकार आने पर इसे हटाएंगे : अखिलेश
    लोकसभा में बोलते हुए अखिलेश यादव | Photo- Sansad TV/@samajwadiparty.

    नई दिल्ली : समाजवादी पार्टी प्रमुख और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने संसद में आज अपने भाषण के दौरान लोकसभा में ईवीएम का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा इस पर वह कभी नहीं भरोसा कर पाएंगे, चाहे भले ही वह यूपी की सभी 80 सीटें जीत जाएं. उन्होंने कहा कि वह ईवीएम से चुनाव जीतकर ईवीएम को हटाएंगे.

    अखिलेश यादव ने कहा, "जब चुनाव आचार संहिता लागू हुई तो मैंने देखा कि कुछ लोगों पर सरकार और चुनाव आयोग मेहरबान रहा. अगर वो संस्था (चुनाव आयोग) निष्पक्ष होगी तो न केवल हमारा लोकतंत्र स्वस्थ होगा, बल्कि हमारा लोकतंत्र और दुनिया के सामने और मजबूत दिखाई देगा.' 

    "ईवीएम पर मुझे कल भी भरोसा नही था, आज भी नहीं है और मैं 80 की 80 सीट जीत जाऊं तब भी नहीं भरोसा होगा." 

    "मैंने अपने चुनाव में कहा था कि ईवीएम से जीतकर ईवीएम हटाने का काम करेंगे, ना ईवीएम का मुद्दा मरा है, ना मरेगा, जब तक ईवीएम नहीं हटेगी, हम समाजवादी लोग इस मुद्दे पर अडिग रहेंगे." 

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    यूपी के विकास की अनदेखी का लगाया आरोप

    उत्तर प्रदेश के विकास की अनदेखी का आरोप लगाते हुए अखिलेश यादव ने कहा, "उत्तर प्रदेश ने बीजेपी की एक नहीं, दो बार सरकार बनवाई. और उसी उत्तर प्रदेश के साथ कितना बड़ा भेदभाव हो रहा है. जब प्रधानमंत्री हवाई जहाज से सड़क पर उतरे थे. हां ये अलग बात के उनके मुख्यमंत्री उनके साथ नहीं बैठ पाए थे. लेकिन वह एक्सप्रेस जो बना था और आज भी जो उत्तर प्रदेश में एक्सप्रेस-वे बन रहे हैं वो उत्तर प्रदेश के बजट से ही बन रहे हैं. दिल्ली (केंद्र सरकार) की तरफ से कोई एक्सप्रेस-वे नहीं दिया गया है."

    अखिलेश ने कहा, "ना केवल इन्फ्रास्ट्रक्चर के मामले में भेदभाव हुआ है, बल्कि पीएम मोदी जी और उनके सांसदों ने बड़े पैमाने पर गांव गोंद लिए थे. सोचिए देश के प्रधान सांसद अगर किसी गांव को गोंद ले लें, और उसकी तस्वीर न बदलें तो शायद मै समझता हूं, इस तरह किसी गांव की तस्वीर नहीं बदली होगी."

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    उन्होंने कहा कि उस गांव में हकीकत में कुछ नहीं हुआ. उसकी दुर्दशा वैसी की वैसी है, जैसा था गांव वैसा का वैसा ही है. टूटी सड़कें, पगडंडियांं, टूटे हुए ईंट के खड़ंजे, बदहाल हैंडपंप, पावरलूम और जाली के पंखे के कारखाने को कब तक रफ्तार मिलेगी, जो कि उस गांव में हुआ करता था. 

    महंगाई की बात करते हुए अखिलेश ने कहा कि खाली पड़े रसोई गैस के सिलेंडर, और बिजली के बिना मजदूरों की हालत कब ठीक होगी. सोचिए एक गांव की तस्वीर ये है, जो गांव कभी गोंद लिया गया था उस गांव की तस्वीर भी नहीं सुधर पाई. पता नहीं उसका नाम भी किसी को याद है या नहीं.

    अखिलेश ने कहा, "जिसे गोंद लिया जाता है उसे अनाथ बनाकर छोड़ देना अच्छी बात नहीं है."

    "और बाकी सांसद जिन्होंने गांव गोंद लिए थे वे उनका हाल जरूरत बताएं."

    कहा- जाति जनगणना के बिना सबको हक दिलाना मुश्किल

    सपा प्रमुख कन्रौज के सांसद अखिलेश ने कहा, "हम जाति जनगणना के पक्ष में हैं. बिना जाति जनणना के सबके लिए न्याय करना मुश्किल है. सबको हक दिला पाना मुश्किल है." 

    उन्होंने कहा, "अग्नवीर लेकर नौजवानों की चिंता वैसी की वैसी बनी हुई है. मैं खुद मिलिट्री स्कूल से पढ़ा हूं, मेरे साथ के पढ़े लोग बहुत बड़े पैमाने में फौज में हैं. मेरे साथ पढ़े, जो सीनियर थे उनसे जानकारी हासिल की. बड़े-बड़े अफसरों से मैंने पूछा जिन्होंने अग्निवीर जैसी स्कीम को देश की सुरक्षा व्यवस्था से खिलवाड़ बताया." 

    "किसी देश की सबसे बड़ी प्राथमिकता उस देश के सीमाओं की सुरक्षा है. अग्निवीर जैसी व्यवस्था से ये संभव नहीं है. हम अग्निवीर स्कीम को कभी स्वीकार नहीं कर सकते हैं. आज नहीं कल, बाद में जब कभी भी इंडिया गठबंधन सरकार में आएगा, ये व्यवस्था हमेशा-हमेशा के लिए खत्म हो जाएगी." 

    किसानों को एमएसपी की लीगल गारंटी की मांग की

    यादव ने किसानों का मुद्दा उठाते हुए कहा कि किसानों की आय दोगुनी करने की बात कही गई थी. आज पूरे देश का किसान देख रहा है कि उसकी आय दोगुनी नहीं हुई है. और जिस तरह महंगाई बढ़ी है, सरकार बताए कि उसकी आय कितनी होनी चाहिए. 

    "और जो इन्फ्रास्ट्रक्चर की बड़ी-बड़ी बातें की गई थीं, एमएसपी लागू करने के लिए एग्रीकल्चर का इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार करने की बात कही गई थी. लेकिन मैंने उत्तर प्रदेश में देखा है अगर इस सरकार में एक भी नई मंडी बनी हो तो वह बताए. अगर सरकार की तरफ से 10 साल में एक भी मंडी बनी हो तो जरूर बताए. जो सरकार मंडी नहीं बना सकती है उस पर एमएसपी देने का भरोसा कैसे कर सकते हैं." 

    "एमएसपी न केवल फसलों को मिले बल्कि हॉर्टिकल्चर क्रॉप्स को एमएसपी देने का काम किया जाए, जिससे किसान खुशहाल हो सकें."

    ओल्ड पेंशन स्कीम (OPS) की बात करते हुए अखिलेश ने कहा, "ओपीएस की बात राष्ट्रपति के भाषण में नहीं आई. ओल्ड पेंशन स्कीम लागू हो, जिससे हमारे तमाम सरकारी कर्मचारियों का भविष्य बन सके." 

    बुनकरों का मुद्दा उठाते हुए अखिलेश ने कहा, "यूपी और देश के कोने-कोने में जहां भी बुनकर समाज के लोग रह रहे हैं उन्हें जो सुविधाएं मिलनी चाहिए नहीं मिल रही हैं. जिन प्रदेश की सरकारों ने कभी बुनकरों के लिए योजनाएं चलाई थीं, वो भी बंद कर दी गई हैं." न

    नौकरी ना देने और आरक्षण के साथ खिलवाड़ का मुद्दा उठाया

    अखिलेश यादव ने कहा, "इस सरकार ने नौजवानों को नौकरी नहीं दी है, बल्कि नौकरी और रोजगार उनसे छीने हैं. बहुत नौकरी छीनी है. आपके राज (भाजपा सरकार) में ना नौकरी की उम्मीद है ना रोजगार की, क्योंकि आप ने छोटे कारोबारी तक को इतना छोटा बना दिया है कि वह ना तो अपना पेट भर सकता है ना किसी को नौकरी पर रख सकता है. जो पद निकलते भी हैं उन पर लैट्रल एंट्री व्यवस्था के तहत पिछले दरवाजों से कुछ खास संगी-साथियों को रख लिया जाता है."

    उन्होंने कहा, "आरक्षण का हक 'नॉट फाउंड सुटेबल' के नाम पर हड़पा जा रहा है. आरक्षण के साथ इतना खिलवाड़ किसी सरकार ने नहीं किया. सरकारी नौकरियां नहीं दी जा रही हैं क्योंकि सरकारी नौकरियां देने पर आरक्षण देना पड़ेगा. जिस प्रदेश से मैं आता हूं, वहां बड़ी संख्या में नौजवान बेरोजगार हैं. पिछले 10 साल में जो क्वेश्चन पेपर लीक कराए गए हैं, इसीलिए कराए गए हैं ताकि उन्हें नौकरी न देनी पड़े क्योंकि नौकरी देने पर आरक्षण देना पड़ेगा. सरकार जान-बूझकर नौकरी और आरक्षण के साथ खिलवाड़ कर रही है.

    आखिर में अखिलेश ने यूपी उनकी पार्टी को सबसे ज्यादा सीटें देने और इंडिया गठबंधन को सबसे ज्यादा सीटें देने के लिए धन्यवाद दिया. 

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