कीव (यूक्रेन) : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को यूक्रेन के कीव में महात्मा गांधी को पुष्पांजलि अर्पित की. पीएम मोदी और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने कीव में यूक्रेन नेशनल म्यूज़ियम में शहीद प्रदर्शनी में बच्चों की स्मृति को सम्मानित किया.
गांधी प्रतिमा, महात्मा गांधी की स्थायी विरासत, शांति और अहिंसा के उनके सिद्धांतों का प्रतीक है. यहां एवी फ़ोमिन बॉटनिकल गार्डन में महात्मा की कांस्य प्रतिमा का अनावरण 2020 में महात्मा गांधी की 151वीं जयंती के अवसर पर किया गया था.
Paid tributes to Mahatma Gandhi at Kyiv. The ideals of Bapu are universal and give hope to millions. May we all follow the path he showed to humanity. pic.twitter.com/vdqiUQcjJV
— Narendra Modi (@narendramodi) August 23, 2024
बच्चों की स्मृति उन बच्चों को सम्मानित करती है, जिनकी जान बड़े पैमाने पर रूसी आक्रमण में चली गई थी.
यूक्रेन के संग्रहालय में 20वीं 21वीं सदी सैन्य संघर्ष की प्रदर्शनी
यूक्रेन संग्रहालय प्रदर्शनी में 20वीं और 21वीं सदी के सबसे बड़े सैन्य संघर्षों के दस्तावेज और कलाकृतियां प्रदर्शित की गई हैं और यूक्रेन के लोगों द्वारा अपनी स्वतंत्रता, स्वाधीनता और सांस्कृतिक पहचान के लिए किए गए वीरतापूर्ण संघर्ष को दर्शाया गया है. इसके बाद, प्रधानमंत्री मोदी मरिंस्की महल जाएंगे, जहां उनका स्वागत यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की करेंगे. इसके बाद दोनों नेताओं के बीच प्रमुख मुद्दों पर चर्चा के लिए एक सीमित बैठक होगी.
उच्चस्तरीय बैठक में द्विपक्षीय सहयोग पर होगी चर्चा
फिर उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल की बैठकें होंगी, जहां द्विपक्षीय सहयोग पर महत्वपूर्ण चर्चाएं होने की उम्मीद है. दोनों देशों के बीच समझौतों और सहयोग को औपचारिक रूप देने के लिए दस्तावेज़ों का आदान-प्रदान होगा. इससे पहले दिन में, कीव के हयात होटल में पहुंचने पर, प्रधानमंत्री मोदी का भारतीय समुदाय द्वारा जोरदार स्वागत किया गया, जहां कई छात्र उनके आगमन की प्रतीक्षा कर रहे थे और प्रधानमंत्री की एक झलक पाने की उम्मीद कर रहे थे.
एक्स पर एक पोस्ट में, मोदी ने ट्वीट किया, "आज सुबह कीव पहुंच गया. भारतीय समुदाय ने बहुत गर्मजोशी से स्वागत किया."
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने एक्स पर लिखा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सुबह एक ऐतिहासिक आधिकारिक यात्रा पर कीव पहुंचे."
दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंध स्थापित होने के बाद से यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यूक्रेन की पहली यात्रा है.