Modi ने बिहार में नालंदा विश्वविद्यालय के नए कैंपस का किया उद्घाटन, 40 क्लास, 2 शैक्षिक ब्लॉक समेत सुविधाएं

    लगभग 1600 साल पहले स्थापित प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय को दुनिया के पहले आवासीय विश्वविद्यालयों में से एक माना जाता है. नया परिसर उसी की शक्ल में बनाया गया है.

    Modi ने बिहार में नालंदा विश्वविद्यालय के नए कैंपस का किया उद्घाटन, 40 क्लास, 2 शैक्षिक ब्लॉक समेत सुविधाएं
    प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय के नये कैंपस के उद्घाटन के दौरान पीएम मोदी व अन्य नेता | Photo- @BJP4India

    नालंदा (बिहार) : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार सुबह बिहार के राजगीर में नालंदा विश्वविद्यालय के नए परिसर का उद्घाटन करते हुए एक पट्टिका का अनावरण किया. पीएम ने एक पौधा भी लगाया.

    विदेश मंत्री एस जयशंकर, बिहार के राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा और अन्य प्रतिनिधि नालंदा विश्वविद्यालय के नए परिसर में इस दौरान मौजूद रहे.

    इस कार्यक्रम में 17 देशों के राजदूत भी शामिल हुए.

    इससे पहले आज सुबह पीएम मोदी ने प्राचीन नालंदा महाविहारम के खंडहरों का दौरा किया.

    यह यात्रा लोकसभा चुनाव के बाद प्रधानमंत्री की राज्य की पहली यात्रा है.

    यह भी पढ़ें : दक्षिण प्रशांत क्षेत्र बना युद्ध का मैदान, यहां प्रभाव के लिए चीन बाकी देशों से कंपीटिशन में जुटा

    लगभग 1600 साल पहले बना था, माना जाता है दुनिया का पहला आवासीय विवि

    लगभग 1600 साल पहले स्थापित प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय को दुनिया के पहले आवासीय विश्वविद्यालयों में से एक माना जाता है. नया विश्वविद्यालय परिसर ऐतिहासिक नालंदा विश्वविद्यालय की शक्ल में बनाया गया है.

    आज सुबह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पीएम मोदी ने लिखा, "यह हमारे शिक्षा क्षेत्र के लिए बहुत खास दिन है. आज सुबह करीब 10:30 बजे राजगीर में नालंदा विश्वविद्यालय के नए परिसर का उद्घाटन किया जाएगा. नालंदा का हमारे गौरवशाली अतीत से गहरा संबंध है. यह विश्वविद्यालय निश्चित रूप से युवाओं की शैक्षिक आवश्यकताओं को पूरा करने में एक लंबा रास्ता तय करेगा."

    नालंदा के "हमारे गौरवशाली अतीत के साथ मजबूत संबंध" पर प्रकाश डालते हुए पीएम मोदी ने कहा कि विश्वविद्यालय निश्चित रूप से युवाओं की शैक्षिक आवश्यकताओं को पूरा करने में एक लंबा रास्ता तय करेगा.

    कैंपस में 40 क्लास के साथ 2 शैक्षिक ब्लॉक बनाए गए हैं

    परिसर में 40 कक्षाओं के साथ दो शैक्षणिक ब्लॉक हैं, जिनकी कुल बैठने की क्षमता लगभग 1900 लोगों की है. इसमें 300 सीटों की क्षमता वाले दो सभागार हैं. इसमें लगभग 550 छात्रों की क्षमता वाला एक छात्र छात्रावास है. कई अन्य सुविधाएं भी हैं, जिनमें एक अंतर्राष्ट्रीय केंद्र, एक एम्फीथिएटर शामिल है, जिसमें 2000 लोग बैठ सकते हैं, एक फैकल्टी क्लब और एक खेल परिसर आदि शामिल हैं.

    ग्रीन गैस का उत्सर्जन नहीं होगा

    यह परिसर 'नेट जीरो' ग्रीन कैंपस है. यह सौर ऊर्जा संयंत्रों, घरेलू और पेयजल उपचार संयंत्रों, अपशिष्ट जल के पुनः इस्तेमाल के लिए जल पुनर्चक्रण संयंत्र, 100 एकड़ जल निकायों और कई अन्य पर्यावरण-अनुकूल सुविधाओं के साथ आत्मनिर्भर है. विश्वविद्यालय की परिकल्पना भारत और पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन (ईएएस) देशों के बीच सहयोग के रूप में की गई है. इसका इतिहास से गहरा संबंध है.

    यह भी पढे़ं : जल संकट पर BJP का पैदल मार्च, AAP पर साधा निशाना, कहा 'जल बोर्ड को सफेद हाथी बना दिया है'

    भारत