टॉयलेट पेपर पर लिखकर Employee ने दिया इस्तीफा, लोगों ने दे डाली ये सलाह

    सोचिए अगर कोई अपना इस्तीफा टॉयलेट पेपर पर लिख दे तो? ये अजीब जरूर लगेगा, लेकिन हाल ही में एक ऐसा ही मामला सामने आया जिसने सबको हैरान कर दिया और सोचने पर मजबूर कर दिया.

    टॉयलेट पेपर पर लिखकर Employee ने दिया इस्तीफा,  लोगों ने दे डाली ये सलाह
    Image Source: Social Media

    सोचिए अगर कोई अपना इस्तीफा टॉयलेट पेपर पर लिख दे तो? ये अजीब जरूर लगेगा, लेकिन हाल ही में एक ऐसा ही मामला सामने आया जिसने सबको हैरान कर दिया और सोचने पर मजबूर कर दिया.

    क्या है पूरा मामला?

    ये घटना सिंगापुर की है, जहां एक व्यक्ति ने टॉयलेट पेपर पर अपना इस्तीफा लिखा. उसने लिखा  “मैं खुद को टॉयलेट पेपर जैसा महसूस करता हूं. जब जरूरत पड़ी, तब इस्तेमाल किया गया और फिर फेंक दिया गया.” इसका मतलब था कि उसे ऑफिस में कोई इज्जत नहीं दी जा रही थी. वो खुद को बस एक इस्तेमाल की चीज समझने लगा था, जिससे काम निकाल कर उसे नजरअंदाज कर दिया गया.

    सोशल मीडिया पर वायरल

    जब ये इस्तीफा सोशल मीडिया पर सामने आया, तो बहुत से लोगों को ये बात दिल से छू गई. लोगों ने कहा कि कई कंपनियों में कर्मचारियों की मेहनत की कोई कदर नहीं होती. वे बस एक मशीन की तरह इस्तेमाल किए जाते हैं. इस मामले पर सिंगापुर की बिजनेसवुमन एंजेला योह ने भी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने पूछा कि “क्या हम अपने कर्मचारियों को सिर्फ उनके काम से आंकते हैं? क्या हम उन्हें एक इंसान के तौर पर भी समझते हैं?” उन्होंने आगे कहा कि कर्मचारियों को ऐसे सम्मान के साथ विदा किया जाना चाहिए कि वे नफरत नहीं, बल्कि शुक्रिया कहें. उनका ये मैसेज कॉरपोरेट वर्ल्ड के लिए एक बड़ा सबक है.

    क्यों जरूरी है सम्मान?

    यह इस्तीफा सिर्फ एक कागज पर लिखी बात नहीं थी, बल्कि उस व्यक्ति के दिल का दर्द था. इससे ये बात सामने आती है कि आज के दौर में भी कई ऑफिसों में कर्मचारी खुद को “इस्तेमाल की चीज” जैसा महसूस करते हैं.

    सोशल मीडिया की प्रतिक्रियाएं

    लोगों ने खूब प्रतिक्रियाएं दीं. एक यूजर ने लिखा: “ऑफिस का माहौल इतना टॉक्सिक होता है कि हर कोई वहां से निकलना चाहता है.” दूसरे ने कहा: “कर्मचारियों के साथ इज्जत और इंसानियत से पेश आना चाहिए, ताकि वे खुद को छोटा न समझें. ये घटना एक छोटा सा उदाहरण है, लेकिन इससे एक बड़ी बात सामने आती है – किसी भी ऑफिस या कंपनी में काम करने वाले लोग सिर्फ काम के साधन नहीं होते, वो इंसान होते हैं. और उन्हें उसी तरह सम्मान भी मिलना चाहिए.