अमेरिका में रहने वाली एक महिला ने सोशल मीडिया पर तब बहस छेड़ दी जब उसने बताया कि वह अपने पति से रोज़ाना लंच बनाने के बदले 1160 रुपये (10 पाउंड) चार्ज करती है. टिकटॉक पर शेयर किए गए वीडियो में महिला ने कहा कि अगर उसका पति बाहर खाना खाकर पैसे खर्च कर सकता है, तो वही रकम उसे भी मिलनी चाहिए. इस खुलासे के बाद इंटरनेट पर बहस शुरू हो गई है कि क्या घर के कामों का मोल होना चाहिए? कुछ लोगों ने इसे ‘प्यार में पैसे’ जैसा बताया, तो कुछ ने महिला के इस कदम को समझदारी भरा और दमदार कहा.
दरअसल, यह विवाद तब शुरू हुआ जब दो बच्चों की मां और टिकटॉक क्रिएटर Rae ने एक वीडियो शेयर किया, जिसमें वह अपने पति के लिए लंच बनाते हुए नजर आईं. वीडियो में उन्होंने बताया कि वह अपने पति से हर दिन लंच बनाने के बदले 10 पाउंड चार्ज करती हैं.
“बाहर पैसे खर्च करने से अच्छा है मुझे दे”
महिला का तर्क साफ है कि “अगर मेरे पार्टनर को McDonald’s या किसी भी बाहर की जगह पर लंच के लिए 10 पाउंड खर्च करने हैं, तो क्यों न वही पैसा मेरी जेब में आए?”उन्होंने कहा कि वह जब पति के लिए खाना बनाती हैं, तो मेहनत, समय और अपना पूरा क्रिएटिविटी लगाती हैं. और जब वह कुछ नया और टेस्टी बनाती हैं, तो वह चाहती हैं कि उस काम की कीमत उन्हें भी मिले. महिला ने उन पतियों से कहा कि , “जो महिला आपसे प्यार करती है, उसे उसके लंच के लिए भुगतान कीजिए. इससे दोनों खुश रहते हैं – वो खाकर खुश, पत्नी पैसे पाकर खुश.”
घरेलू काम को लेकर फिर खड़ा हुआ सवाल
महिला के इस कदम के बाद घरेलू काम, खासकर महिलाओं के ‘अनपेड लेबर’ को लेकर एक बार फिर चर्चा तेज हो गई है. कई यूज़र्स ने सवाल उठाया कि जब पति-पत्नी एक ही घर में रहते हैं, तो क्या ऐसा व्यवहार एक बिजनेस डील जैसा नहीं हो जाता? एक यूज़र ने लिखा – “घर से खाना लेकर ऑफिस जाना इसलिए फायदेमंद होता है ताकि पैसे बचें. अब घर में ही लंच के लिए पैसे देने हैं, तो बात कहां समझ में आती है?”
वहीं एक अन्य यूज़र ने कड़ी प्रतिक्रिया दी और कहा कि ये उल्टी सोच है! अपने पति से पैसे लेना? उसे तो तुम्हें छोड़ देना चाहिए!” कुछ लोग बोले– ‘स्मार्ट मूव है’. हालांकि सबकी राय निगेटिव नहीं थी. बहुत से यूज़र्स ने महिला की सोच को सराहा और इसे एक ‘स्मार्ट मूव’ बताया. एक महिला यूज़र ने लिखा – “ये सही है. मेहनत, समय और सामग्री का खर्च तो है ही. अब से मैं भी लंच बनाने के पैसे लूंगी.” कुछ लोगों ने इसे घरेलू काम को मान्यता देने की दिशा में जरूरी कदम बताया. उनका कहना था कि महिलाओं का काम, जो अक्सर अनदेखा रहता है, उसे अब सम्मान और मोल मिलना चाहिए.
पति को भी कोई दिक्कत नहीं
महिला के मुताबिक उनके पति को इस डील से कोई शिकायत नहीं है. वह अपना लंच समय पर पाते हैं और उनको अपनी मेहनत का भुगतान भी समय पर मिल जाता है. हालांकि Rae यह भी मानती हैं कि हर दिन लंच के लिए कुछ नया सोचना आसान नहीं होता और ये भी एक टफ जॉब है. इस बहस ने एक बार फिर इस मुद्दे को सामने ला दिया है कि घर के भीतर किए जाने वाले काम का मोल क्या है? जहां कुछ लोग इसे प्यार और सहयोग से जोड़ते हैं, वहीं कुछ इसे लेबर और मेहनत मानकर उसका भुगतान जरूरी समझते हैं. तो आपकी राय क्या है – क्या पत्नी को अपने पति से लंच के बदले पैसे लेने चाहिए?
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